मदरसा बोर्ड अध्यक्ष पटना में बांट रहे कोरोना, दिल्ली मरकज में गए थे, नहीं कराई जांच
पटना : बिहार राज्य मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष अब्दुल कयूम अंसारी भी पिछले दिनों दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में हुए तबलीगी जमात के जलसे में शामिल हुए थे, लेकिन अभी तक वे आइसोलेशन या क्वारंटाइन में नहीं गए हैं। वे राजधानी पटना में तमाम जगहों पर घूम रहे हैं और इस प्रकार कोरोना का खतरा बढ़ा रहे हैं। जबकि सरकार ने मरकज में शामिल हुए सभी लोगों को जांच कराने और क्वारंटीन में रहने का फरमान दिया है।
कानून से ऊपर राज्य मदरसा बोर्ड अध्यक्ष अब्दुल कयूम अंसारी
जानकारी के अनुसार बिहार स्टेट मदरसा एजुकेशन बोर्ड के चेयरमैन का नाम भी दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने वाले लोगों की लिस्ट में आया है। मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष अब्दुल कयूम अंसारी पिछले शुक्रवार को दिल्ली में मरकज के सामूहिक नमाज में शामिल हुए थे। कुछ दिन पहले से ही वे वहां रूके हुए थे। वहां से पटना लौटने के बाद बोर्ड की एक बैठक भी उन्होंने की थी।
सरकार के आदेश का उल्लंघन, पब्लिक की जान खतरे में
केंद्र और राज्य सरकार ने तबलीगी मरकज में शामिल होने वाले प्रत्येक जिम्मेदार नागरिक को डॉक्टर के पास जाने व उनकी सलाह से इलाज कराने को कहा था। लेकिन, बिहार मदरसा बोर्ड के चेयरमैन अब्दुल कयूम अंसारी ने अब तक यह नहीं किया है। इस मामले की छानबीन में लगे लोगों ने उनकी पहचान कर ली है। इसके बाद इससे संबंधित अधिकारियों को इस मामले में उचित कार्रवाई करने के लिए पत्र जाने वाला है।
लिस्ट में नाम आने के बाद कार्रवाई की तैयारी
कोरोना वायरस को लेकर कार्य कर रहे विषेशज्ञों का मानना है कि उस भीड़ में शामिल एक भी व्यक्ति यदि बाहर घूमता रह गया तो वह पूरे समाज को खतरे में डाल सकता है। इस मामले में अब्दुल कयूम अंसारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया। लेकिन, उनसे बात नहीं हो सकी। दिल्ली में बाहर से आने वालों के बारे में जब जानकारी एकत्रित की गयी तब यह पता चला कि बिहार में तबलीगी जमात के मुख्य संरक्षक मदरसा बोर्ड के चेयरमैन अब्दुल कयूम अंसारी हैं। उनके नेतृत्व में ही बिहार से लोग वहां गए थे। एक बड़े संस्थान के मुखिया का यह व्यवहार कानून व नैतिकता के लिहाज से निश्चित तौर पर गलत है।