पटना : पटना के अशोक राजपथ पर दरभंगा पैलेस रोड स्थित काली मंदिर एक ऐतिहासिक मंदिर है। पुजारी ओम भवानी के अनुसार मंदिर पर स्थानीय पीएमसीएच क्वार्टर में रहने वाले कुछ दबंगों ने कब्जा कर लिया है। यह मंदिर दरभंगा महाराज का बनवाया हुआ है। इस मंदिर में एक ओर पश्चिम की तरफ इमामबाडा है वहीं दूसरी ओर पूर्व की तरफ काली मंदिर है। पुराने मंदिर का रास्ता उत्तर की ओर था। उत्तर की ओर से आने पर दोनो मंदिर का एक साथ दर्शन हो जाता था। दबंगों ने मूल मंदिर के ढांचे को तोडकर दो भागों मे बांट दिया है। मंदिर में स्थित काली मंदिर के स्थान पर दुर्गा मंदिर बनाया जा रहा है।
यह मंदिर अंग्रेजों के काल में दरभंगा महाराज ने बनवाया था। इसमें एक तांत्रिक माता रहतीं थीं। तांत्रिक माता बाद में मंदिर को पांच सदस्यों की एक कमिटि के हवाले कर अयोध्या चली गयीं। तब से मंदिर की देख-रेख करने वाले ओमप्रकाश भवानी के अनुसार दरभंगा महाराज ने जो आभूषण मंदिर मे दिये थे, वे सब चोरी हो गए। जिन लोगों ने चोरी की थी, उनके परिवार में कोई नहीं बचा है। पुजारी के अनुसार उसके पास मंदिर के कागजात हैं। जो लोग मंदिर को कब्जा करना चाहते हैं उनके खिलाफ मैं केस करने जा रहा हूं। पटना हाईकोर्ट ने 1956 में हिन्दू—मुस्लिम विवाद के कारण मंदीर मे ताला बन्द करा दिया था। बाद में तत्कालीन पीएमसीएच के अधीक्षक ने 1996 में मंदीर का ताला खोलवाकर ओम भवानी के जिम्मे किया। अब यहां पर कुछ उपद्रवी लोगों द्धारा बवाल करने की कोशिश की जा रही है।
राजीव राजू