यूपी डेस्क : बिहार के पड़ोसी राज्य यूपी से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक किसान की रिकवरी एजेंटों द्वारा महज इसलिए सरेआम हत्या कर दी गई क्योंकि उसने अपने बाईक की किश्त नहीं जमा की थी। वाकया रामपुर जिले के बिलासपुर की है जहां अपनी मां के साथ बाईक पर जा रहे किसान को एक स्थानीय एजेंसी के रिकवरी एजेंटों ने रोका और बाईक छीनने की कोशिश की। बकझक के बाद रिकवरी एजेंटों ने बीच सड़क मां के सामने 25 वर्षीय किसान संदीप मंड की गोली मारकर हत्या कर दी।
किसान ने किश्त पर ली थी बाईक
जानकारी के मुताबिक युवा किसान संदीप मंड ने ‘यादव ब्रदर्स’ नाम के एजेंसी से एक बाईक किश्त पर लिया था। वह तय किश्त समय पर नहीं दे पा रहा था। इसी बीच वह अपनी मां को बाइक पर बैठाकर आज रूद्रपुर जा रहा था। तभी बिलासपुर—रूद्रपुर सीमा पर बीच सड़क एजेंसी के एजेंटों ने उसका रास्ता रोक लिया और किश्त के लिए बहस करने लगे।
मां के सामने मारी गोली
किसान ने उनसे अपनी बात रखी लेकिन वे नहीं माने और बाईक छीनने लगे। किसान ने इसका विरोध किया जिसपर रिकवरी एजेंटों—बलराज सिंह, रामप्रकाश यादव, लल्ला यादव, प्रिंस यादव, विपिन यादव ने उसे गोली मारी दी। मां की चीख—पुकार पर एक राहगीर ने किसान को अस्पताल पहुंचाया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। एसपी रामपुर ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।