नयी दिल्ली : उदयपुर के बाद अब महाराष्ट्र के अमरावती में गला काटने वाले तालीबानी हत्याकांड को अंजाम दिया गया। यहां नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट लिखने वाले एक दवा कारोबारी की गला काट कर हत्या कर दी गई। हद तो यह कि इस घटना को तत्कालीन उद्धव ठाकरे सरकार ने दबा दिया। लेकिन महाराष्ट्र की सत्ता बदलने के साथ ही मामला खुल गया। मारे गए दवा कारोबारी की पहचान उमेश कोल्हे के रूप में हुई है। इस हत्याकांड की भी जांच को सौंप दी गई है। इस सिलसिले में अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
नूपुर के पक्ष में पोस्ट लिखा तो केमिस्ट का गला रेता
जानकारी के अनुसार बीते जून माह में अमरावती के 54 वर्षीय केमिस्ट उमेश कोल्हे ने नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा था। 21 जून की रात्रि साढ़े 10 बजे उमेश अपनी दुकान बंद कर घर के लिए बाइक से निकले। एक दूसरी बाइक पर उनका बेटा और पत्नी भी साथ ही दुकान से घर के लिए चले। रास्ते में महिला कॉलेज के पास अचानक दो बाइक पर आये और पिता की स्कूटी को रोक लिया। इसके बाद उन दोनों में से एक बाइकर ने उमेश कोल्हे की गर्दन रेत दी और फिर फरार हो गए। उमेश को अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।
5 आरोपी गिरफ्तार, एआईए कर रही है जांच
उस समय उद्धव ठाकरे की पुलिस ने मामला दबा दिया जिसपर काफी विरोध भी हुआ। अब सरकार बदलने के साथ मामले की नए सिरे से जांच शुरू की गई है। जांच टीम को आशंका है कि हत्या इसलिए की गई क्योंकि केमिस्ट ने कथित रूप से एक सोशल मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर नूपुर के समर्थन में पोस्ट साझा किया था। अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बाइक पर आए हत्यारों ने एक अन्य आरोपी से मदद मांगी। उसने उन्हें एक कार और भागने के लिए 10,000 रुपये मुहैया कराए।
जांच के दौरान यह भी पता चला कि कोल्हे ने व्हाट्सएप पर नूपुर शर्मा का समर्थन करते हुए एक पोस्ट प्रसारित किया था जो गलती से उसने मुस्लिम सदस्यों वाले एक समूह पर भी पोस्ट कर दिया जो उसके ग्राहक भी थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक ने कहा कि यह पैगंबर का अपमान है और इसलिए उन्हें मरना चाहिए।