नर्म पड़े तेवर, फल नहीं ‘कर्म’ की चिंता करेंगे लालू के लाल
पटना : राजद में मचे घमासान के बाद लालू प्रसाद यादव के बड़े लाल तेजप्रताप यादव के तेवर अब धीरे – धीरे नर्म पड़ने लगे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने अब श्रीमद्भागवत गीता की शरण में जाने का फैसला कर लिया है।
तेजप्रताप यादव राजद में मचे सियासी घमासान अब सब कुछ मैनेज करने में जुटे हैं। पांडवों की तर्ज पर अपने भाई और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से पांच गांव की मांग करने वाले तेजप्रताप अब गीता के उपदेश के सहारे अपने राजनीतिक कैरियर को आगे बढ़ाने में लगे हैं।इसी कड़ी में तेजप्रताप यादव ने आज गीता के उपदेश को ट्वीट किया है। ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि वही व्यक्ति सफल होता है जो फल की इच्छा किए बिना ही कर्म करता रहता है। इसके साथ ही उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण और अर्जुन की तस्वीर भी शेयर की है। तेजप्रताप के इस ट्वीट के सियासी गलियारे में कई मायने निकाले जा रहे हैं।
जानकारी हो कि दिल्ली से पटना लौटने के बाद तेजप्रताप फिर से राजनीतिक रूप से सक्रिय हो गए हैं। वो लगातार लोगों के बीच रहकर अपना और पार्टी का जनाधार बढ़ाने की जुगत में लगे हुए हैं। हाल ही में वो पटना के अदालतगंज, कमला नेहरू नगर की बस्ती में पहुंचे और वहां के लोगों की परेशानियों को देखा। इतना ही नहीं उन्होंने फेसबुक पर सेकेंड लालू तेजप्रताप यादव के नाम से नया पेज भी बनाया है जिसपर वो लगातार सियासी सक्रियता को लेकर जानकारी देते रहते हैं।