पटना : लालू कुनबे में मचे महाभारत में कौन किस तरफ है, यह तस्वीर साफ होती जा रही है। अब मीसा भारती ने भी तेजप्रताप को झटका देते हुए योग्यता के आधार पर तेजस्वी को ही लालू का असली उत्तराधिकारी बता दिया है। एक तरफ लगातार तेजप्रताप मीसा भारती के साथ उनके चुनाव कैंपेन में साथ खड़े होकर अपना समर्थन जता रहे हैं, दूसरी तरफ विरासत की जंग में मीसा ने तेजप्रताप को बीच मंझधार में अकेला छोड़ दिया है। मीसा ने कहा कि बड़ी बहन होने के नाते मेरे लिए सभी भाई एक समान हैं। लेकिन अगर लालूजी के उत्तराधिकारी की बात की जाए, तो मेरे छोटे भाई तेजस्वी ही लालूजी के सुयोग्य उत्तराधिकारी हैं।
तेजप्रताप क्यों कर रहे ‘लो दही…लो दही…’?
मीसा भारती के इस बयान से तेजप्रताप की आखरी उम्मीद भी ख़त्म हो गई। काफी समय से बगावत के मूड में चल रहे तेजप्रताप जब बहन मीसा के प्रचार के लिए दानापुर पहुंचे तो यह देखकर अपना आपा खो बैठे कि पोस्टर से उनका नाम और फोटो गायब है। स्थानीय नेताओं को उन्होंने जमकर खरी-खोटी सुना दी तो दानापुर के कार्यकर्ताओं ने राबड़ी के सामने ही तेजप्रताप मुर्दाबाद के नारे लगाये। तेजप्रताप मुर्दाबाद के बावजूद राजद ने उनकी खिलाफत करने वाले कार्यकर्ताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की।
तेजस्वी नहीं दे रहे कोई भाव
इस सारे प्रकरण में जहां एक तरफ तेजस्वी अपने बड़े भाई तेजप्रताप को पूरी तरह से नजरअंदाज कर रहे हैं, वहीं भाई वीरेंद्र और राजद के अन्य नेता भी उन्हें कोई तवज्जो नहीं दे रहे। तेजप्रताप की हालत उस दही वाले जैसी हो गई है, जो अपनी खट्टी दही न बिकने पर उसे औने—पौने में ‘लो दही…लो दही…’ कर लोगों से ले जाने की अपील कर रहा हो। तेजप्रताप अब राजद के लिए पूरे दिल से कैंपेन करना चाह रहे हैं। संदेश भी तेजस्वी को भेज रहे हैं, लेकिन राजद में उन्हें कोई घास नहीं डाल रहा, उन्हें कोई नोटिस ही नहीं ले रहा।
‘खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे’ वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए तेजप्रताप ने कहा कि तेजस्वी के साथ जो लोग हैं वे नहीं चाहते कि हम दोनों भाई एक साथ रहें। एकसाथ चुनाव प्रचार करें। तेज प्रताप ने कहा कि अर्जुन को समझना होगा, कृष्ण के बगैर महाभारत का युद्ध जीतना आसान नहीं। हम दोनों भाई जब एकसाथ चुनाव प्रचार करेंगे तो सबके छक्के छूट जाएंगे।