पटना : चारा घोटाला मामले में राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव को जमानत मिल गई है। जिसके बाद इस मामले को लेकर बिहार की सियासत फिर से तेज हो गई है। राजद के तरफ से कहा जा रहा है कि बिहार में अब खेला होवे। वहीं सत्ता पक्ष ने उनकी जमानत पर ख़ुशी व्यक्त करनेवाले नेताओं पर तंज कसा है।
इसी कड़ी में पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा की लालू प्रसाद को जमानत मिलना उनके परिवार को सुकून देने वाला है। लेकिन उनके अतिउत्सााही समर्थक यदि जश्न के बहाने सड़कों पर तेल पिलायी लाठी लेकर निकलेंगे, इस पर राजनीति करेंगे, तो उन्हें कोरोना प्रोटोकोल तोड़ने की छूट नहीं दी जा सकती। राजद को सुनिश्तित करना चाहिए कि पार्टी प्रमुख की रिहाई कानून-व्यवस्था की समस्या न बने।
लालू प्रसाद को 1 लाख के निजी बांड पर हाई कोर्ट ने उनकी सेहत को ध्यान में रखकर जमानत दी। वे कोर्ट की अनुमति के बिना न विदेश जा सकते हैं, न मोबाइल नंबर और पता बदल सकते हैं।
राजद जमानत मिलने की कानूनी राहत को ऐसे पेश कर रहा है, जैसे हाईकोर्ट लालू प्रसाद को 1000 करोड़ के चारा घोटाला के अपराध से दोषमुक्त कर रिहा कर रहा हो।