लालू को जातिगत जनगणना से नहीं है कोई मतलब, MY छोड़कर कोई नहीं आता नजर
पटना : बिहार में जातीय जनगणना को लेकर सियासात चरम सीमा पर पहुंच गई है। जहां विपक्ष के साथ ही साथ सता में सहयोगी दल भी इसकी मांग कर रहें हैं तो वहीं भाजपा के तरफ से इस मामले को लेकर कड़ा प्रहार किया जा रहा है। इसी बीच अब इस कड़ी में बिहार सरकार के मंत्री ने लालू यादव पर जोरदार हमला बोला है।
बिहार भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचे सरकार के सहकारिता मंत्री और भाजपा नेता सुभाष सिंह ने लालू यादव से सवाल करते हुए कहा कि MY समीकरण वाले लालू यादव को जातीय जनगणना से क्या मतलब है ?
लालू को MY समीकरण से मतलब
उन्होंने कहा कि लालू यादव राज्य के सत्ता में थे। लालू केंद्र में भी भागीदार थे। उस समय लालू को जातीय जनगणना की याद नहीं आई। जातिगत जनगणना से उन्हें क्या मतलब है। उन्हें तो MY समीकरण से मतलब है। MY को छोड़कर लालू को तीसरा कोई नजर नहीं आया। मंत्री ने कहा कि भाजपा के सरकार में सबका साथ सबका विकास होता है। यही पीएम मोदी का नारा है।
मुद्दे पर बात नहीं करते लालू
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव मुद्दे पर बात नहीं करते, बस प्रोपेगेंडा पर पैदा करते हैं। सस्ती लोकप्रियता के लिए लालू प्रसाद यादव ऐसी बात करते हैं। मंत्री ने कहा कि लालू यादव ने झारखंड बंटवारा ना होने की बात भी कही थी। उन्होंने कहा था कि झारखंड का बंटवारा मेरे लाश पर होगा। लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले मामले में उसी झारखंड के जेल में रहें।अभी भी वह चारा घोटाले से बरी नहीं हुए हैं। मामला कोर्ट में चल रहा है।
वहीं, सहकारिता मंत्री ने कहा कि मैं जातीय जनगणना का समर्थन नहीं करता हूं क्योंकि देश में जातीय जनगणना एक बार ही हुआ है जिसका दुष्प्रभाव पूरे देश पर पड़ा, इसलिए इसे रोक दिया गया। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना से अधिक जरूरी आर्थिक जनगणना है इससे सभी लोगों को फायदा होगा।