ललन का BJP पर हमला, कहा – ‘चलनी दूसे सूप को जिसमें खुद बहत्तर छेद’
पटना : बिहार में महागठबंधन की सरकार बनते ही विपक्षी दल भाजपा और सत्तारूढ़ दल जदयू के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। जहां भाजपा नीतीश कुमार को पलटू राम कह रही है, तो वहीं भाजपा के इन आरोपों पर पलटवार करने का। जिम्मा खुद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने ले लिया है। इसी कड़ी में अब पिछले कुछ दिनों से सुशील मोदी द्वारा लगाए जा रहे आरोप पर निशाना साधते हुए ललन सिंह ने बड़ी बात कही है।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह अब खुद मैदान में उतर कर भाजपा के छक्के छुड़ाने की जिम्मेदारी ले ली है, वह लगातार पिछले कुछ दिनों से भाजपा के खिलाफ ताबड़तोड़ बैटिंग कर रहे हैं। इसी कड़ी में ललन सिंह ने सुशील मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश जी को चुनौती देने से पहले अपने गिरेबान में झांक लें। वो दिन भूल गए जब मंत्री जी अदालत से सजा की कॉपी लेकर भाग गए।
दरअसल, बीते रात राजद नेता और बिहार सरकार में मंत्री रहे कार्तिक सिंह के अपने पद से इस्तीफा देने पर सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार पहले ओवर में ही क्लीन बोल्ड हो गए। अभी तो कार्तिक कुमार का पहला विकेट गिरा है अभी और कई विकेट गिरेंगे। जिस पर ललन सिंह ने पलटवार किया है।
चुनौती देने से पहले अपने गिरेबान में झांक लें
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भाजपा सांसद सुशील मोदी पर निशाना साधते कहा कि नीतीश जी को चुनौती देने से पहले अपने गिरेबान में झांक लें। उत्तर प्रदेश सरकार के कारनामों को देख लें। यूपी के मंत्री राकेश सचान को कितने साल की सजा हुई है? सजायाफ्ता होने के बाद भी मंत्री बने हैं कि नहीं ? मंत्री जी अदालत से सजा की कॉपी लेकर भाग गए। उन्होंने कहा कि कुछ बोलने से पहले थोड़ी तो शर्मिंदगी का अहसास कीजिए। नीतीश जी को ज्ञान देने की जरूरत नहीं है।
पहले करें अपनी नैतिकता का आकलन
ललन सिंह ने कहा कि एक कहावत है, ‘चलनी दूसे सूप को जिसमें खुद बहत्तर छेद’.. नैतिकता का पाठ पढ़ाने से पहले अपनी नैतिकता का भी आकलन कर लें। लखीमपुर खीरी का जवाब भी जनता आपसे जानना चाहती है। जरा मुंह तो खोलिए, कुछ तो बोलिए..! और जरा यह भी बताइये कि लखीमपुर खीरी की घटना पर सर्वोच्च न्यायालय ने क्या-क्या टिप्पणियां की थी। आपकी उत्तरप्रदेश सरकार पर, आत्ममंथन कीजिए, चिंतन-मनन कीजिए….तब बोलिए।
गौरतलब हो कि, राजद नेता कार्तिक मास्टर ने अपने जमानत पर सुनवाई से 24 घंटे पहले बुधवार की देर शाम अपने पद इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद भाजपा ने इस मामले को लेकर बड़ा हमला बोला है।