यूं ही नहीं मुंह से झाग निकाल रहे ललन सिंह, करीबी बिल्डर पर ईडी भी रेडी
पटना/नयी दिल्ली : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष करोड़ों की टैक्स चोरी के आरोपों में घिरे अपने खासमखास बिल्डर राजीव कुमार सिंह उर्फ गब्बू सिंह के ठिकानों पर छापों से तिलमिलाए हुए हैं। वे लगातार केंद्र और भाजपा पर हमलावर हैं। लेकिन छापेमारी में मिले साक्ष्यों ने खुद ललन सिंह की मुश्किलें भी बढ़ने के साफ संकेत दे दिये हैं। आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया है कि अभी तक की जांच में ललन के करीबी बिल्डर के गोविंदा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के जरिए रसूखदारों के कालेधन खपाने के पुख्ता साक्ष्य मिले हैं। इनमें कई आईएएस और आईपीएस अफसरों के कालेधन को खपाने की बात भी कही जा रही। साथ ही ट्रांसफर—पोस्टिंग और फिर कालाधन कमाकर उसे बिल्डर की कंपनी में खपाने का रैकेट चलाने का भी मामला सामने आ रहा है।
ट्रांसफर-पोस्टिंग और कालाधन खपाने का रैकेट
बताया जाता है कि केंद्रीय एजेंसियों की जांच का यही वह एंगल है, जिससे ललन सिंह गुस्से में अपने मुंह से झाग निकाल रहे हैं। अब बड़ी संभावना यह है कि इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय ईडी की इंट्री कभी भी हो सकती है। गब्बू सिंह का नाम बिहार के जानेमाने बिल्डर और ठेकेदार के तौर पर आता है जिनकी जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से काफी करीबी है। उनकी कंपनी श्री गोविंदा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड का कागज पर सलाना टर्नओवर 150 करोड़ के आसपास है। पर छापेमारी में इससे कहीं अधिक के लेनदेन के कागजात एजेंसियों के हाथ लगे हैं।
ईडी ने कर ली तैयारी, संभव है बड़ा धमाका
बिल्डर गब्बू सिंह टैक्सचोरी को लेकर आयकर विभाग के रडार पर आये थे। लेकिन छापेमारी में उनके रसूखदारों से संबंध और उनके पैसे खपाए जाने के सबूत मिलने के बाद अब इस प्रकरण में ईडी की इंट्री तय मानी जा रही है। अगर धनशोधन से जुड़े साक्ष्य मिलते हैं तो ईडी इस मामले में विस्तृत छानबीन करेगी। हालांकि अभी तक आधिकारिक रूप से आयकर विभाग ने छापेमारी को लेकर कुछ भी नहीं कहा है। लेकिन सूत्रों ने जो जानकारी दी है उसके अनुसार मामला बेहद संगीन बन गया है और जांच एजेंसी शीघ्र ही कोई बड़ा धमाका करने वाली है।