पटना : ललन सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद जदयू अंदरखाने में उठापटक चल रहा है। इसी बीच अब इसको लेकर जदयू के वरिष्ठ नेता और पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने बड़ा बयान दिया है।
दरअसल, ऐसा कहा जा रहा है कि ललन सिंह के जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी के अंदर गुटबाजी चलने लगी है। पार्टी के कुछ नेता ललन सिंह के तरफ खड़े हैं तो वहीं कुछ नेता अभी भी आरसीपी सिंह को ही जदयू का सबकुछ मान रहे हैं। इसी कड़ी में जदयू नेता द्वारा बिना ललन सिंह की तस्वीर लगाए पार्टी के केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के बिहार आगमन के स्वागत को लेकर तस्वीर लगाई गई है। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता हमेशा से कहते रहते हैं कि ललन सिंह और आरसीपी सिंह के बीच कोई खींचातानी नहीं है।
जदयू में किसी तरह का विवाद और गुटबाजी नहीं चलने वाला
वहीं, अब पार्टी के पुराने और कद्दावर नेता वशिष्ठ नारायण सिंह ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि जदयू में किसी तरह का विवाद और गुटबाजी चलने वाला नहीं है। वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा है कि कभी-कभी कुछ लोग किसी से व्यक्तिगत तौर पर प्रभावित हो जाते हैं। लेकिन हमारी पार्टी में ना तो गुटबाजी है और ना ही यहां यह चलने वाली है।
पार्टी में अनुशासनहीनता खत्म
वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा है कि जेडीयू के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को अनुशासन पसंद है। उनके पद संभालने से पार्टी में अनुशासनहीनता खत्म हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि ललन सिंह स्पष्टवादी तरीके से राजनीति करते हैं। इसलिए यहां गुटबाजी के लिए कोई जगह ही नहीं है।
वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा है कि पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए खुद ललन सिंह के नाम का प्रस्ताव रखा था और सर्वसम्मति से इस पर मुहर लगी है।
उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी नेता एक साथ एकजुट हैं और सभी जदयू को ही मजबूत करने का काम कर रहे हैं। वशिष्ठ नारायण सिंह ने जेडीयू में किसी भी तरह के विवाद और असंतोष को खारिज किया है। उन्होंने कहा है कि हमारी पार्टी में गुटबाजी नहीं चलती और ना ही इसे चलने दिया जाएगा।