क्या है नवादा का तालीबानी चेहरा? 5 घंटे तक युवती को क्यों सजा देती रही पंचायत?
नवादा : बिहार में नवादा जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड क्षेत्र के एक गांव में पंचायत ने एक युवती को तालिबानी फरमान सुनाया। फरमान भी ऐसा जिससे मानवता शर्मसार हो गयी। आश्चर्य की बात यह है कि सूचना पत्रकारों तक पहुंच गयी, लेकिन पुलिस इस मामले से अनजान बनी रही। युवती का दोष सिर्फ़ इतना था कि उसने बगल के गांव के एक लङके से प्रेम करने की गुस्ताखी कर दी थी।
बताया जाता है कि उक्त गांव की लङकी बगल के गांव के एक लङके के साथ प्रेम करती थी तथा उससे शादी करना चाहती थी। इस क्रम में वह 30 सितम्बर को प्रेमी के साथ फरार हो गयी। घर वालों ने काफी खोजबीन की लेकिन कहीं पता नहीं चला।
इस बीच ग्रामीणों को सूचना मिली कि दोनों उक्त गांव में ही हैं। बस क्या था परिजन वहां पहुंच गए तथा अपनी पुत्री को घर ले आये। ग्रामीणों को युवती के माता—पिता का बस इतना करके चुपचाप रह जाना नागवार लगा। गांव में पंचायत का आयोजन किया गया जिसमें लङकी को सरेआम पांच घंटे तक पेङ से बांधकर रखने का फरमान जारी कर दिया गया। लङकी को पेङ से बांध दिया गया। वह वहां पांच घंटे तक तङपती रही, लेकिन किसी ने कोई रियायत देना उचित नहीं समझा। यहां तक कि परिजनों ने भी जैसी करनी वैसी भरनी कह अपना पल्ला झाड़ लिया।
इस बाबत पूछे जाने पर थानाध्यक्ष रवि रंजन ने बताया कि हमें इसकी न तो कोई जानकारी है न इस संबंध में थाने में किसी ने प्राथमिकी दर्ज करायी है। आवेदन मिलने पर समुचित कार्रवाई की जाएगी।