क्या है गांधी मैदान की पीड़ा? जूठे पत्तलों की जुबानी, नेताओं की रैली की कहानी
पटना : 18 नवंबर को आयोजित कानू—हलवाई चेतना रैली के बाद पटना का गांधी मैदान जूठे पत्तलों से पट गया है। गंदगी के अंबार से कराहते पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान की तस्वीर अपने कैमरे में कैद की है वरिष्ठ छायाकार मनीष कुमार ने। हालांकि यह पहली बार नहीं हुआ है कि जब किसी रैली के लिए गांधी मैदान को जिला प्रशासन ने किसी आयोजक को दिया हो और आयोजक ने गांधी मैदान के वजूद पर ही खतरा उत्पन्न कर दिया हो। हाल ही में पटना के गांधी मैदान में निषाद रैली का आयोजन किया गया था। रैली के बाद आयोजकों की लापरवाही से पूरा गांधी मैदान गंदगी से पट गया था। उस समय छायाकार जितेंद्र कुमार ने अपने कैमरे से उस दृश्य को कैद किया था। आज की तस्वीर वायरल होने के बाद कई स्तरों से गांधी मैदान में आयोजन के बाद गंदगी फैलाने वालों पर कार्रवाई की मांग भी मुखर हो उठी है। अभी तक जिला प्रशासन या नगर निगम की तरफ से आयोजकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है और न ही आयोजकों की तरफ से कोई सफाई आई है।
(शशि शेखर)