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क्या है +F चिह्न? क्यों जरूरी है पैकेज्ड खाद्य पदार्थों पर यह निशान?

पटना : स्वस्थ भारत यात्रा देश के विभिन्न राज्यों से गुजरने के बाद कल बिहार की राजधानी पटना पहुंची। इसके तहत फोर्टिफाइड वेजिटेबल्स, आयल और मिल्क ब्रांड को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में लांच किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्री अ​अश्विनी चौबे, राधेश्याम, कौशल किशोर, प्रफुल्ल रंजन, प्रमोद झा, कृष्णमूर्ति, रोहिणी और तमाम डॉक्टर मौजूद रहे।
इस मौके पर बताया गया कि मानव जीवन के लिए पांच खाद्य पदार्थ चावल, आटा, तेल दूध और नमक बेहद जरूरी हैं। ये शरीर के लिए सभी प्रोटीन और विटामिन की जरूरतों को पूरा करते हैं। रोजमर्रा की जिंदगी के लिए हमेशा इन्हें उपयोग में लाया जाता है। इसी को ध्यान में रखकर फोर्टिफाइड ने अपने मनकों द्वारा एफएसएसएआई के तहत इन्हें शामिल किया है। खाद्य फोर्टिफिकेशन रिसोर्स सेंटर भारत भर में भोजन के बड़े पैमाने पर किलेदारी को बढ़ावा देने के लिए एक संसाधन और सहायता केंद्र है। जिसका चिन्ह +F है। यह एक ऐसा संसाधन है जो मानकों और खाद्य सुरक्षा, प्रौद्योगिकी और प्रक्रियाओं और उपकरण खरीद और निर्माण, गुणवत्ता आश्वासन और खाद्य पदार्थों के किले के लिए गुणवत्ता नियंत्रण पर सूचना और इनपुट प्रदान करता है।

इस मौके पर केंद्रीय मंत्री चौबे ने कहा कि स्वच्छ खाना, स्वस्थ्य भारत का निर्माण करना ही हमारा लक्ष्य है। उन्होंने स्वच्छ भोजन, सुरक्षित भोजन और अल्पाहार करने की बात लोगों से कही। वहीं बच्चों तथा नवयुवकों में कम उम्र में ही टीवी, कैंसर, कुष्ट रोग, मधुमेह एनीमिया आदि बीमारियों के बढ़ने के पीछे उनमें पोषक तत्वों की कमी को अहम कारण बताया गया। 2025 तक टीवी मुक्त भारत और 2020 तक कालाजार मुक्त भारत बनाने की मुहिम भारत सरकार चला रही है।
एफएफआरसी का दृष्टिकोण खाद्य उद्योग को प्रेरित करना, घूमना और सुविधा देना है एक आदर्श के रूप में खाद्य किलेदारी को अपनाना।
यह पहल 16-17 अक्टूबर, 2016 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित किया गया था। खाद्य फोर्टिफिकेशन के लिए राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन में भोजन के किले के माध्यम से सूक्ष्म पोषक तत्व कुपोषण से लड़ने के लिए तथा सभी हितधारकों द्वारा संयुक्त घोषणा का पालन करती है। देशभर में इस पहल का नेतृत्व केंद्र के समन्वयक की छह टीमों द्वारा किया जा रहा है जो नुक्कड़ नाटक, साइकिल यात्रा तथा विभिन्न माध्यमों से इसका प्रचार प्रसार पूरे भारत में कर रहे हैं।
सोनू कुमार