नवादा : बिहार में नवादा पुलिस को नक्सलियों के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से कनेक्शन के सबूत मिले हैं। ऐसा 24 जनवरी को उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड क्षेत्र के रतनपुर में हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के बाद बरामद खोखे से पता चलता है। मुठभेड़ स्थल से मिली नक्सली सामग्री और कारतूस तथा खाली खोखे पर उर्दू में नाम व आर्डिनेंस फैक्टरी के बारे में लिखा हुआ है। इसके बाद माना जाने लगा है कि उर्दू लिखित यह सामग्री पाकिस्तान निर्मित है। फिलहाल पुलिस ने बरामद खोखे की जांच आरंभ की है।
बताया जाता है कि 24 जनवरी को रतनपुर के जंगल में नक्सलियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में एक नक्सली की मौत मौके पर हो गयी थी। मुठभेड़ स्थल से औरंगाबाद पुलिस से लूटी गयी एक इनसास राइफल के साथ 122 जिंदा खोखा व अन्य सामग्री बरामद हुई थी। घटना के दूसरे दिन पुलिस द्वारा चलाए गए सर्च अभियान में घटनास्थल से एक खोखा बरामद किया गया जिसपर उर्दू में कुछ लिखा है। आमतौर पर कारतूस पर अंग्रेजी में लिखा होता है, लेकिन बरामद खोखे पर उर्दू में लिखे होने से पुलिस के होश फाख्ता हो गए हैं। पुलिस ने विस्तृत जांच के लिए एनआईए को सूचना दी है। बता दें कि नक्सली संगठन के शीर्ष नेता प्रद्युम्न शर्मा कुछ ही दिन पूर्व आंध्रप्रदेश की बैठक में भाग लेकर वापस लौटा था। समझा जाता है कि उसे वहां इस प्रकार के कारतूस की आपूर्ति की गयी है जिसका उपयोग मुठभेड़ में किया गया। अब जबकि पुलिस के हाथ उर्दू में लिखा नक्सलियों का खाली खोखा हाथ लगा है, तो इसकी विस्तृत जांच जरूरी है। इस बाबत एएसपी अभियान कुमार आलोक कहते हैं कि मामले को राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़कर जांच आरंभ की गयी है। इसके साथ ही सभी विंग को इसकी सूचना उपलब्ध करा दी गयी है।
मृत नक्सली की हुई पहचान
नवादा : नवादा के उग्रवाद प्रभावित रजौली में पिछले दिनों पुलिस के साथ रतनपुर के जंगलों में हुई मुठभेड़ में मारे गए नक्सली की पहचान कर ली गई है। मृत नक्सली चंदन कुमार नालंदा जिला के इस्लामपुर थाना क्षेत्र के खंगड़ी बीघा निवासी वीणा प्रसाद यादव का पुत्र बताया गया है। उसके भाई गणेश कुमार व फूफा राम स्वरूप यादव ने इस्लामपुर थाना की पुलिस के साथ रजौली थाना पहुंचकर मृतक की शिनाख्त की। कागजी कार्रवाई के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।