कुशवाहा ने खोल दी पोलपट्टी, नीतीश बात करने का मंच तो बताएं..?
पटना : जदयू संसदीय बोर्ड अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने आज शुक्रवार को प्रेस कान्फ्रेंस कर सीएम नीतीश कुमार से पर फिर बड़ा आरोप लगाया कि वे पार्टी में बात करने को कह रहे हैं, लेकिन कहां? मुख्यमंत्री जी मंच तो उपलब्ध कराएं। पार्टी से बार—बार जदयू में बात करने के लिए कार्यकारिणी बैठक बुलाने को कहा। लेकिन बस, मुख्यमंत्री खुद मीडिया में आकर बोलने लगे। वे बात करने का ज्ञान दे रहे हैं। लेकिन कसम खाकर कहें कि एक बार भी उन्होंने मुझे खुद से फोन कर बुलाया है।
पटना में प्रेस कान्फ्रेंस कर बड़ा हमला
कुशवाहा ने पटना में कहा कि अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा है। बैठक करनी है तो अविलंब करें। वरना देर होगी तो पार्टी को नुकसान होगा। उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी का जब जदयू में विलय हुआ तभी उन्होंने कहा था कि पार्टी की स्थिति ठीक नहीं। इस पर पार्टी के चार-पांच लोगों को जिनको आप ठीक समझते हैं उनको बुलाइए और चर्चा कीजिए। नीतीश कुमार ने तब हामी भी भरी उस समय। लेकिन आज तक उस दिशा में कुछ नहीं हुआ।
कभी मिलने का समय तो दिया नही…
पिछले दो साल में जदयू के भीतर क्या-क्या हुआ, इसकी भी पोल कुशवाहा ने खोली। उन्होंने कहा कि आज तक मुख्यमंत्री ने कभी फोन कर नहीं कहा कि आइए आपसे बात करनी है। पांच मिनट का भी समय नीतीश ने इन दो वर्षों में मिलने के लिए उन्हें नहीं दिया। अब कह रहे हैं कि मिलकर बात करनी चाहिए। मैं अब भी तैयार हूं। मगर वे बुलाएं तो सही कि कब चर्चा के लिए उनके पास जाना है।
नीतीश के आरोपों पर पलटवार
इसके बाद कुशवाहा ने नीतीश द्वारा मीडिया में उनपर लगाए आरोपों का भी जवाब दिया और कहा कि जदयू में अकेले उपेंद्र कुशवाहा आए गए वाले नहीं हैं। जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित अधिकांश लोग यहां आए-गए वाले ही हैं। कुशवाहा ने कहा कि जदयू में नीतीश कुमार कुछ सलाहकारों से हैंडल हो रहे। खुद अपनी इच्छा से वे कुछ नहीं कर पा रहे।