कुमार विश्वास ने येचुरी को क्यों कहा कुपढ़? हिंदू हिंसक कैसे?
पटना/नयी दिल्ली : मशहूर कवि और आम आदमी पार्टी के संस्थापकों में शामिल रहे कुमार विश्वास ने सीपीएम नेता सीताराम येचुरी पर तीखा वार किया। कुमार विश्वास ने येचुरी द्वारा हिंदुओं को हिंसक बताये जाने पर उनकी न सिर्फ जमकर आलोचना की, बल्कि 23 मई को आने वाले नतीजों में उनकी हार की भविष्यवाणी भी कर दी।
क्या कहा सीताराम येचुरी ने
सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले कुमार विश्वास आमतौर पर अपनी बात काव्य के माध्यम से कहते हैं। माकपा नेता सीताराम येचुरी ने हाल ही में रामायण और महाभारत का ज़िक्र करते हुए हिन्दू धर्मावलम्बियों के भी हिंसक होने की बात कही। एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक सीताराम येचुरी ने कहा था कि—रामायण और महाभारत भी हिंसा और युद्धों से भरे पड़े हैं। प्रचारक होने के नाते, आप इनका ज़िक्र करते हैं। लेकिन फिर भी आप दावा करते हैं कि हिन्दू हिंसक नहीं हो सकते, क्यों? फिर इस बात को कहने के पीछे क्या तर्क है कि फलां धर्म हिंसा करता है, और हम हिन्दू नहीं करते?
विश्वास ने कैसे किया पलटवार
अपनी वैचारिकी की तरह,हे प्रचुर-कुपढ येचुरी जी,23 मई के बाद अपने पराजय-कुल के अन्य रुदाली-साथियों के साथ जब रो-पीट कर निबट लें तो मेरे पास पधारें, रामकथा सुनने ! पुण्य नहीं तो कम से कम दृष्टि का पूर्वाग्रह-शापित मोतियाबिंद तो दूर होगा ! कभी यही शंका किसी और धर्म के ग्रंथ पर की ?😡 https://t.co/1HeQsyx3PN
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) May 3, 2019
हिन्दी के प्रोफेसर रह चुके कुमार विश्वास सीताराम की इस टिप्पणी पर भड़क गए। कुमार ने पलटवार करते हुए न सिर्फ सीताराम येचुरी को ‘कुपढ़’ कह डाला, बल्कि उनकी हार की भविष्यवाणी भी कर दी। कुमार विश्वास ने ट्विटर पर लिखा, “अपनी वैचारिकी की तरह, हे प्रचुर-कुपढ़ येचुरी जी। 23 मई के बाद अपने पराजय-कुल के अन्य रुदाली-साथियों के साथ जब रो-पीट कर निबट लें, तो मेरे पास पधारें। रामकथा सुनने…! पुण्य नहीं, तो कम से कम दृष्टि का पूर्वाग्रह-शापित मोतियाबिंद तो दूर होगा…! कभी यही शंका किसी और धर्म के ग्रंथ पर की…?