पटना : पंडित रामनारायण शास्त्री की स्मृति में आज राजधानी के एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे, केंद्रीय मंत्री सतपाल सिंह, राज्यसभा सांसद हरिवंश और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय बौद्धिक शिक्षण प्रमुख स्वांत रंजन उपस्थित रहे। इस मौके पर स्वांत रंजन और प्रो. तृप्ति नारायण शर्मा को अक्षर पुरुष पंडित रामनारायण शास्त्री सारस्वत सम्मान से विभूषित किया गया।
अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री सतपाल सिंह ने कहा कि दुनिया में जितनी भी समस्याएं हैं, उन सबका समाधान वेदों में छिपा है। अत: समाधान के लिए हमें वेद की शरण में जाना पड़ेगा। जब तक वेद पढ़ाया जाता रहा, भारत दुनिया में विश्वगुरु बना हुआ था। सतपाल सिंह ने कहा कि यदि हम समाज का कल्याण चाहते हैं तो चार बातों का ख्याल रखना पड़ेगा। समाज को हमें कुछ देना पड़ेगा, अन्याय नहीं सहना होगा। ज्ञान का प्रकाश फैलाते रहना होगा।
वहीं राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा कि आज दुनिया का भविष्य भारत से जुड़ा है। आज हम ग्लोबल दुनिया में रह रहे हैं, जहां पर्यावरण, आर्थिक और सामाजिक हित काफी नजदीक आ गए हैं। यह सूचना तकनीक की क्रांति से संभव हुआ है। ऐसे में हम वैश्विक दृष्टिकोण से ही स्थानीय व्यवाहार में सुगम हो सकते हैं।
स्वांत रंजन ने कहा कि हमारे विचार स्पष्ट होने चाहिए। गोष्ठियों के माध्यम से, अपने विवेक विचार के माध्यम से, समाज को जोड़ने का काम करना चाहिए। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि गोरखपुर में मोहन भागवत ने आरक्षण के समीक्षा की बात कही थी। लेकिन कुछ गलत सोच वाले लोगों ने बिहार के चुनाव के दौरान गलत ढंग से उसका प्रचार कर दिया। इसलिए हमें अपने विचार हमेशा स्पष्ट रखने चाहिए।
मानस दुबे