Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

Featured पटना बिहार अपडेट

कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया सहित चार गिरफ्तार

बाढ़ : एएसपी लिपि सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने नगर थाना अंतर्गत गुलाबबाग निवासी कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया को उनके तीन सहयोगियों के साथ गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया के साथ श्याम नाथ राय साकिन साह सलेमपुर,  देवानंद कुमार साकिन डुमरिया, विजय कुमार सिंह साकिन गुलाबबाग को गिरफ्तार किया गया है। कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया पर माघी पूर्णिमा के मौके पर वाहनों से रंगदारी वसूलने का आरोप है। माघी पूर्णिमा की बंदोबस्ती बाढ़ नगर परिषद द्वारा बाढ़ शहरी इलाके के लिए की गई थी। वसूली नगर परिषद क्षेत्र से बाहर ग्रामीण इलाके में हो रही थी। इसके अलावा बंदोबस्ती माधो यादव के नाम पर की गई थी। लेकिन वसूली लल्लू मुखिया अपने लोगों से करवा रहे थे। एएसपी लिपि सिंह को अवैध वसूली की सूचना मिली थी और बाढ़ थाना को कार्रवाई का आदेश दिया गया था। लल्लू मुखिया के घर के पास दो लोग राइफल के साथ मिले और दोनों शराब के नशे में थे। दोनों की पहचान श्याम नाथ राय साकिन साह सलेमपुर, और देवानंद कुमार साकिन डुमरिया के तौर पर हुई। श्याम नाथ राय साकिन साह सलेमपुर के कंधे पर मेड इन चेकोस्लोवाकिया विदेशी राइफल मिला और कमर में 25 गोलियां थीं। जिसका लाइसेन्स विजय कुमार सिंह साकिन गुलाबबाग के नाम है और लाइसेन्स 2018 तक ही था। मेड इन चेकोस्लोवाकिया विदेशी राइफल के लाइसेन्स धारक विजय कुमार सिंह साकिन गुलाबबाग द्वारा श्याम नाथ राय साकिन साह सलेमपुर को राइफल इस्तेमाल करने का कोई अधिकार पत्र भी नहीं दिया गया है। लाइसेन्स हथियार के दुरुपयोग और बेजा इस्तेमाल का यह मामला है। देवानंद कुमार साकिन डुमरिया के कंधे पर थ्री फिफ़्टीन की राइफल पाया गया। कमर में 25 गोलियां पाई गई। इस हथियार का लाइसेन्स इनके नाम पर है। पूछताछ में इन्होने बताया कि वे लल्लू मुखिया के लिए काम करते हैं। पूर्व में ये सीआरपीएफ़ के जवान थे और इनको बर्खास्त कर दिया गया था। देवानंद कुमार साकिन डुमरिया के पास से वसूली का 2320 रूपया भी बरामद हुआ। इनके पास से नगर परिषद का एकरारनामा बरामद हुआ जो किसी माधो यादव के नाम से था। कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया ने स्वीकार किया है कि बाढ़ नगर परिषद का एकरारनामा सहनौरा निवासी माधो यादव के नाम से है। लेकिन वसूली इनके द्वारा की जाती है। माधो यादव वहाँ मौजूद नहीं थे। दूसरे व्यक्ति के स्थान पर वसूली पूरी तरह अवैध है और कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया इस अवैध वसूली का कोई जवाब दे नहीं पाए लिहाजा उनको गिरफ्तार किया गया।इस बाबत उत्पाद अधिनियम, आर्म्स एक्ट, लाइसेंसी हथियार का बेजा इस्तेमाल, रंगदारी, धोखाधड़ी, लोक शांति में बाधा, जैसे आरोपों में मामला दर्ज किया गया है।कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया का लंबा आपराधिक इतिहास है। इनके खिलाफ काफी मामले दर्ज हैं। सभी मामलों में जमानत रद्द कराने की प्रक्रिया की जा रही है। आम लोगों के मन में कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया का खासा आतंक रहा है।

एएसपी लिपि सिंह ने बताया कि कानून का राज कायम करना ही एकमात्र मकसद है। उन्होंने कहा कि बाढ़ अनुमंडल क्षेत्र में हथियारों का प्रदर्शन कर आम लोगों को डराने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि जिनके पास भी लाइसेंसी राइफल है, वह राइफल सुरक्षा के लिए दिया गया है ना कि आम लोगों पर उसका रोब दिखाने के लिए। उन्होंने यह भी कहा कि आपराधिक गतिविधियों में लिप्त लोग अभी ही सचेत हो जाएं वरना कार्रवाई इतनी कठोर होगी जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। एएसपी लिपि सिंह की माने तो यह कार्रवाई एक संकेत है कि पैसे और रुपए के बल पर आम लोगों को डराने वाले लोगों की खैर नहीं है और बिना किसी भेदभाव के अब तक कार्रवाई हुई है और बिना किसी भेदभाव के आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।

(सत्यनारायण चतुर्वेदी)