‘कृष्ण’ तेजप्रताप की ‘राधा’ क्यों नहीं बन पाईं ऐश्वर्या?

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पटना : राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव ‘कृष्ण’ बन गए हैं। उन्हें अब ‘राधा’ की तलाश है। इसीलिए उन्होंने अपनी मौजूदा पत्नी ऐश्वर्या को तलाक देने की अर्जी दाखिल की है, ताकि वे अपनी मनपसंद ‘राधा’ को ढूंढ सकें। यह ज्ञान उन्हें अचानक नहीं, बल्कि वृंदावन दौरे के दौरान मिला। यही कारण है कि वहां से बिहार आते ही उन्होंने सबसे पहले तलाक की अर्जी दाखिल की। मुरली, मोर पंख, शंख आदि से उनका बहुत पुराना रिश्ता है। श्रीकृष्ण की वेशभूषा वाली उनकी कई तस्वीरें इंटरनेट पर उपलब्ध हैं जो यह बयां करती हैं कि वे भक्तिभाव में इतने डूब चुके हैं कि श्रीकृष्ण के साथ उन्होंने खुद को एकाकार कर लिया है। अब ऐसे में ‘राधा’ के बिना तो कृष्ण अधूरे ही रह जाते। अत: उन्होंने ‘राधा’ की तलाश के लिए तलाक की अर्जी ठोंक दी।

क्या कहना है तेजप्रताप का

तेजप्रताप पत्नी ऐश्वर्या से अब तलाक लेकर ही दम लेंगे। वो मानने के मूड में नहीं हैं और इसके लिए लड़ाई लड़ने की बात भी उन्होंने कह दी है। तेज प्रताप ने यह साफ कर दिया है कि घुट घुटकर जीवन जीने का कोई फायदा नहीं। दरअसल शुक्रवार को पटना से तेज प्रताप पिता लालू यादव से मिलने रांची के लिए निकले थे। मां राबड़ी और बहन मीसा भारती ने रात में जाने से रोका। इसके बाद वे रात को बोधगया में होटल रॉयल रेसीडेंसी में ठहर गए। शनिवार की सुबह करीब 11 बजे पिता से मिलने रांची के लिए रवाना हुए। इस क्रम में तेज प्रताप ने मीडिया कर्मियों के पूछे जाने पर कहा कि तलाक के लिए हमने कोर्ट में अर्जी दी है। अर्जी को अदालती प्रक्रिया के लिए रखा गया है। अगली सुनवाई 29 नवंबर को होगी।

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ऐश्वर्या पर प्रताड़ना का लगाया आरोप

लगभग 5 महीने पहले 12 मई को काफी धूमधाम से तेजप्रताप यादव की शादी ऐश्वर्या राय से हुई थी। ऐश्वर्या भी बिहार के जाने माने सियासी घराने से आती हैं। वह पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा प्रसाद राय की पौत्री हैं। शादी के वक्त यह दावा किया जा रहा था कि ऐश्वर्या राय के लालू परिवार में आने से सब कुछ बदल सा जाएगा। तेजप्रताप यादव का राजनीतिक करियर और भी आसमान छुएगा। लेकिन सारी बातें धरी रह गईं। तेजप्रताप यादव ने अपनी अर्जी में पत्नी ऐश्वर्या पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।

वृंदावन से लौटते ही पत्नी से मांगा तलाक

पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक वैसे तेजप्रताप स्वाभाव से काफी धार्मिक हैं। कृष्ण भगवान की पूजा के साथ वे कन्हैया बनकर अक्सर सामने आते रहे हैं। मंदिर में घंटों समय बिताना, एकांत में बांसूरी बजाना, शिव का रूप धरना आदि उन्हें काफी पसंद है।

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