नयी दिल्ली/पटना : लॉकडाउन के कारण राजस्थान के कोटा में फंसे मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाले बिहार के करीब 11 हजार छात्र-छात्राओं ने अनशन शुरू कर दिया है। इससे बिहार के नीतीश सरकार की टेंशन काफी बढ़ गई है। ये बच्चे लॉकडाउन की वजह से राजस्थान के कोटा में फंसे हुए हैं। बिहार के बच्चों द्वारा लगातार आग्रह करने के बाद भी जब सुनवाई नहीं हुई और सीएम नीतीश कुमार ने इन्हें वापस लाने से साफ मना कर दिया तो इन लोगों ने गांधीवादी तरीका अपना लिया है।
अब उपवास के जरिए ये छात्र बिहार सरकार से अपील कर रहे हैं कि उन्हें भी दूसरे राज्यों के बच्चों की तरह कोटा से निकालकर घर पहुंचाया जाए। उधर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी बिहार सरकार से अपील की है कि वे इन बच्चों को घर पहुंचाने में सहयोग करें। बच्चों के अलावा उनके परिजन भी लगातार राज्य सरकार पर दबाव बना रहे हैं। बच्चे अपने-अपने हॉस्टलों में तख्तियां लेकर उपवास पर बैठ गए हैं। इन बच्चों का कहना है कि जब तक उन्हें घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था नहीं होती है उनका उपवास जारी रहेगा।
उधर पटना हाईकोर्ट ने भी इस मुद्दे पर बिहार सरकार को निर्देश दिया है कि वह 5 दिनों के अंदर मामले पर जवाब दे। कोटा में फंसे बिहारी बच्चों को वापस लाने के लिए पटना निवासी पवन कुमार ने वकील के माध्यम से हाईकोर्ट में एक याचिका लगाई है। कोर्ट ने राज्य के मुख्य सचिव को इस मामले में जवाब देने का निर्देश दिया है।