कोटा में फंसे बच्चों के लिए केंद्र दे दखल, जिम्मेदारी समझें सरकारें : सच्चिदानंद राय
पटना : लॉकडाउन के चलते बिहार के छात्र राजस्थान के कोटा में फंसे हुए हैं। इन छात्रों को वापस लाने के मुद्दे पर हो रही राजनीति के बीच आज शनिवार को भाजपा के फायरब्रांड नेता और एमएलसी सच्चिदानंद राय ने कहा कि इस मामले में केंद्र सरकार को दखल देना चाहिए। श्री राय ने चिंता जताते हुए कहा कि बिहार सरकार का भी दायित्व है कि वह कोटा में फंसे हुए बच्चों की सहूलियत और उनकी हिफाजत की सुधि ले। बच्चों के मामले में हमें अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटना चाहिए।
भाजपा एमएलसी ने इस दिशा में केंद्र से राजस्थान सरकार के साथ ही बिहार सरकार को भी आवश्यक दिशा निर्देश जारी करने का आग्रह किया है। श्री राय ने यह भी कहा कि बच्चों को कोटा से बिहार लाने से लॉकडाउन बेमतलब हो जाएगा कह देने भर से काम नहीं चलेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उन बच्चों के लिए एक निश्चित योजना के साथ आगे आना चाहिए। क्योंकि कोटा में जो बिहारी बच्चे फंसे हुए हैं वे कम उम्र के हैं और पहली बार घर से बाहर निकले हैं।ऐसी स्थिति में सरकार का यह दायित्व है कि वह उन छात्रों की हिफाजत करे।
सच्चिदानंद राय ने कहा कि केंद्र सरकार से राय लेकर बिहार सरकार आगे की कार्रवाई करे और संभव हो तो तत्काल उन बच्चों को घर लाने की व्यवस्था करे। उन्होंने कहा कि सबसे पहले जरूरी तो यह है कि वर्तमान में जो बच्चे कोटा में फंसे हैं और परेशानी का सामना कर रहे हैं उनको तत्काल वहीं पर खाने-पीने से लेकर तमाम इंतजाम किए जाएं।