मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के बापू सभागार में सहकारिता सम्मेलन का उद्धघाटन करते हुए कहा कि चुनाव तो चलता रहेगा। लेकिन, इस बीच कोई काम नहीं रुकना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 साल पहले जब केन्द्र में कृषि मंत्री था तभी से सहकारिता के स्वायत्तता के पक्षधर रहा हूं। इस सम्मलेन में किसानों की आय को दोगुनी करने में कृषि और सहकारिता की भूमिका विषय पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रीय स्तर के संस्थाएं भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ, कृभको, नेफेड, नेफ्स्कोब इफको और फिशकॉपफेड के अलावा 181 संस्थाओं के अध्यक्ष और एमडी भाग ले रहे हैं।
सम्मलेन में आए लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ जन-जन तक पहुंच रहा है। जल जीवन हरियाली की चर्चा करते हुए कहा कि हमने इस योजना के तहत बिहार भर में जल का संरक्षण और हरियाली बचाने की बीड़ा उठाया है। जल जीवन हरियाली अभियान के तहत 11 काम किये जा रहे हैं। 2007 में हमने आपदा प्रबंधन विभाग की शुरुआत की तो बिहार में बाढ़ के मौके पर लोगों को हर सुविधा मिलनी शुरू हुई।
राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन में राज्य भर के लगभग साढ़े छह हजार पैक्स और व्यापारमंडलों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम में बिहार सरकार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार, सहकारिता मंत्री राणा रणधीर सिंह, सांसद चिराग पासवान के साथ बिस्कोमान के अध्यक्ष सुनील सिंह मौजूद है।