नवादा : जर्जर सड़क पर खटारा जीप से अपराध व अपराधियों पर नकेल कसने की कवायद हो रही है। हाल, सिरदला थाना का है। गश्ती पुलिस द्वारा प्रयोग में लायी जाने वाली थार जीप की स्थिति इतनी खराब है कि अगर कहीं बंद हो गई तो बिना धक्का मारे चालू ही नहीं होती।
ग्रामीण क्षेत्रो के कच्ची सड़को के गड्ढे में फंस गई तो धक्का देने को भी कोई तैयार नहीं होता। ऐसे में जवानों को ही जीप को गड्ढे से निकालने और उसे चालू करने के लिए धक्का देना पड़ता है। इस दौरान जवानों के एक हाथ में राइफल होती है, तो दूसरे हाथ से जीप को धक्का देते दिखते हैं। ऐसे में गश्ती पुलिस की परेशानियां समझी जा सकती है।
ऐसा ही एक वीडियो शोशल मीडिया में छाया रहा। जिसमे कांधे पर रायफल टांगे हुए एक सिपाही पुलिस जीप को धक्का देते दिखाई पड़ रहा है।
वीडियो क्लिप की जब छानबीन की गई तो सिरदला थाना का जीप निकला जो नवादा के फूल बगान चौक पर बंद हो गयी थी। जिसके बाद चालू करने के लिए सिपाही द्वारा धक्का मारा जा रहा था। तभी किसी सख्स ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर शोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। यह हाल तब है जब सिरदला थाना कई मायनों में जिले के अन्य थाना से अलग है।
इस थाना की पुलिस के कंधे पर दुर्गम ग्रामीण इलाके की सुरक्षा करनी होती है। नक्सलियों व माफिया तबके से भी जूझना होता है। अर्थात 24 घंटे यहां की पुलिस को सतर्क रहना पड़ता है। जबकि इलाके में अपराधी व शराब माफिया शराब के कारोबार में लग्जरी वाहनों का उपयोग कर रहे हैं, ऐसे में खटारा जीप से शराब माफियाओं व अपराधियों को कैसे पकड़ा जाएगा, बड़ा सवाल है। अतिसंवेदशील इलाका में इस प्रकार के साधन के भरोसे पुलिस से बेहतर परिणाम की उम्मीद करना बेमानी ही कहा जाएगा।
इस बारे में जीप चालक से पूछा गया तो उसने बताया कि पिछले एक महीने से जीप का यही हाल है, बिना धक्का लगाए चालू ही नहीं होता है।