कार्तिक पूर्णिमा : हरिहर क्षेत्र समेत समूचे बिहार में आस्था की डुबकी

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पटना : कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बिहार में लाखों श्रद्धालुओं ने आज गंगा-गंडक के संगम समेत विभिन्न नदियों और सरोवरों में आस्था की डुबकी लगायी तथा मंदिरों में पूजा-अर्चना की। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान और भगवान हरि एवं शिव की पूजा करने से पूर्वजन्म के साथ इस जन्म के भी सारे पाप धुल जाते हैं। साथ ही गंगा या अन्य नदियों में स्नान से सालभर के गंगास्नान और पूर्णिमा स्नान का फल मिलता है। भगवान श्रीहरि ने कार्तिक पूर्णिमा पर ही मत्स्य अवतार लेकर सृष्टि की फिर से रचना की थी।

राजधानी पटना में प्रत्येक घाट पर ‘हर—हर गंगे’

कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर राजधानी पटना में देर रात से ही ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो गया, जो अभी तक जारी है। सुबह होते ही श्रद्धालु ‘हर-हर गंगे, जय गंगा मैया, हर हर महादेव’ के जयकारे के साथ गंगा में डुबकी लगाने लगे। राजधानी पटना में गंगा तट के काली घाट, कृष्णा घाट, गांधी घाट, पटना कॉलेज घाट, रानी घाट समेत विभिन्न घाटों पर आज तड़के से आस्था की डुबकी लगाने वालों का तांता लगा रहा। स्नान के बाद लोगों ने विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना की और दान किया। मंदिरों में भी अन्य दिनों की अपेक्षा पूजा-अर्चना करने वालों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है।

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दानापुर से सिटी तक मेले जैसा नजारा

कार्तिक पूणिमा के दिन स्नान-दान का विशेष महत्व है। इस दिन जो भी दान किया किया जाता है, उसका पुण्य कई गुना अधिक प्राप्त होता है। इस दिन अन्न, धन और वस्त्र दान का विशेष महत्व है। गंगा किनारे दानापुर से पटना सिटी तक की सड़कों पर ग्रामीण मेले जैसा नजारा देखने को मिल रहा है। पटना से हजारों श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए सोनपुर भी पहुंचे और वहां स्नान के साथ ही महादेव की पूजा-अर्चना की।

प्रशासन की चाक—चौबंद तैयारी, गंगा में गश्त

गंगा तटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान संयुक्त रूप से नौकाओं से लगातार गंगा नदी में गश्त लगा रहे हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन एहतियात के तौर पर प्रशासन की ओर से निजी नौकाओं के गंगा नदी में परिचालन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। राजधानी में कार्तिक पूर्णिमा को लेकर प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये हैं। विभिन्न घाटों पर सादे लिबास में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जहां पुलिस जवान चौकस दिखे वहीं सड़कों पर यातायात को

गंगा और गंडक के संगम पर जुटी भारी भीड़

हाजीपुर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला क्षेत्र के समीप गंगा-गंडक संगम पर भी लाखों लोग स्नान के लिए जुटे हुए हैं। लोग संगम में डुबकी लगाकर मोक्ष की कामना कर रहे हैं। करीब डेढ़-दो लाख श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगायी और प्रसिद्ध बाबा हरिहर नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। भागलपुर से मिली सूचना के अनुसार सुल्तानगंज स्थित उत्तरवाहिनी गंगा नदी में हजारों श्रद्धालुओं ने पवित्र डुबकी लगायी और पहाड़ पर स्थिति बाबा अजगैबी नाथ मंदिर में पूजा अर्चना की। इसके अलावा कहलगांव, भागलपुर शहर और नाथनगर में भी लोगों ने गंगा नदी में पवित्र स्नान कर पूजा अर्चना की। श्रद्धालुओं की भीड़ के मद्देनजर घाटों पर प्रशासन की ओर से सुरक्षा की व्यवस्था की गई है।
उत्तर बिहार में भी लाखों लोगों ने बूढ़ी गंडक, कमला और कोसी नदियों में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पवित्र स्नान किया और मंदिरों में पूजा अर्चना की। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने विभिन्न सरोवरों और तालाबों में स्नान कर पूजा अर्चना की ।

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