नयी दिल्ली : कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस्तीफे का ऐलान अपनी सरकार के 2 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में की। इसके बाद वह सीधे राज्यपाल के आवास पहुंचे औैर इस्तीफा दे दिया। इसबीच खबर है कि येदियुरप्पा को केंद्र में या भाजपा संगठन में कोई अहम पद दिया जा सकता है। येदियुरप्पा ने कहा भी कि वह अगले 10 से 15 साल तक बीजेपी के लिए काम करना जारी रखेंगे।
इधर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कर्नाटक प्रभारी अरुण सिंह से हालात पर चर्चा की तथा कहा कि राज्य में कोई नेतृत्व का संकट नहीं है। नए सीएम के चुनाव के लिए जल्दी ही पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। विधायक दल की मीटिंग में नए सीएम के नाम की घोषणा कर दी जाएगी।
विदित हो कि 78 वर्षीय येदियुरप्पा कर्नाटक के सबसे प्रभावशाली लिंगायत नेता और राज्य में दो दशक से भाजपा का चेहरा रहे हैं। नए सीएम के चयन में भाजपा को वोट बैंक का एक बड़े हिस्से का गठन करने वाले लिंगायत समुदाय को ध्यान में रखना जरूरी होगा। सूत्रों के मुताबिक लिंगायत समुदाय में मजबूत पकड़ रखने वाले येदियुरप्पा की जगह किसी अन्य समुदाय से सीएम बनाना भारतीय जनता पार्टी के लिए अनुकूल नहीं होगा।
इस बीच मुख्यमंत्री पद के लिए कई नेताओं के नाम चर्चा में हैं। पंचमासली लिंगायत समुदाय कई महीनों से मुख्यमंत्री पद की मांग कर रहा है। बसनगौड़ा रामनगौड़ा पाटिल यतनाल, अरविंद बेलाड और मुरुगेश निरानी सहित समुदाय के भाजपा नेताओं को दौड़ में सबसे आगे माना जाता है। कर्नाटक के गृह मंत्री बसवराज बोम्मई का भी नाम लिया जा रहा है।