कन्हैया कुमार के डंक से तड़पने लगे पटना के डेंगू पीड़ित, जानिए कैसे?
पटना : राजधानी पटना में डेंगू और वामपंथी छात्रनेता कन्हैया कुमार दोनों आउट आॅफ कंट्रोल हैं। जहां डेंगू से पटना में दो डाक्टरों और एक डीपीओ की मौत हो गई तथा इससे पीड़ितों का आंकड़ा 260 से ऊपर पहुंच गया है, वहीं इस विकट हालात में कन्हैया कुमार ने कुछ ऐसी नेतागीरी झाड़ी कि डाक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। वह भी डेंगू के कहर के बीच। मरीज बेचारे अब भगवान भरोसे। आइए जानते हैं कन्हैया कुमार ने ऐसी क्या करतूत की जिससे नाराज होकर डाक्टर डेंगू महामारी के फैलाव के बीच हड़ताल पर चले गए।
पटना में कन्हैया और डेंगू दोनों आउट आॅफ कंट्रोल
वाकया कुछ यूं है। पटना एम्स में जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार कुछ समर्थकों के साथ रविवार की देर रात अपने किसी करीबी से मिलने पहुंच गए। इस दौरान उनके समर्थकों की जूनियर डॉक्टरों से भिड़ंत हो गयी जिसके बाद पटना एम्स के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गये। जूनियर डॉक्टरों ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव और स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिख कर घटना की जानकारी देते हुए सुरक्षा की मांग की है। कन्हैया के समर्थकों पर जूनियर डॉक्टर और अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट का आरोप लगाया गया है। इधर पटना में डेंगू का आतंक चरम पर है। रोज पीड़ित मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। अभी तक सरकारी अस्पतालों में 260 से ज्यादा पीड़ित भर्ती किए गए हैं। प्राइवेट अस्पतालों का आंकड़ा भी इसमें जोड़ दिया जाए तो कहा जा सकता है कि डेगू बिहार में महामारी का रूप लेता जा रहा है।
ऐसे में कन्हैया कुमार की नेतागीरी ने पीड़ित मरीजों और उनके परिजनों की धड़कन बढ़ा दी है। क्योंकि डाक्टरों ने उनके द्वारा अपमानित होने के बाद हड़ताल कर दिया है। ऐसे में मरीज बार—बार कन्हैया जैसे छुटभैये नेताओं को कोस रहे हैंं। उनका कहना है कि नेता कम से कम अस्पताल को तो बख्श दें। हमें ईलाज कराने दें, नेतागीरी कहीं और जाकर करें।