नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल थाना क्षेत्र के सेखोदेवरा गांव में एक घर के कमरे में धुआं भर जाने से अंदर सो रहे पांच लोग बेहोश हो गए। सुबह परिवार के अन्य सदस्यों की नजर पड़ी तो पांचों को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया।
जहां इलाज के बाद स्थिति सामान्य होने पर उन्हें अस्पताल से वापस घर भेज दिया गया। बेहोश होने वालों में सेखोदेवरा निवासी मनोज महतो (50 वर्ष), काजल कुमारी (10 वर्ष), राजीव कुमार (13 वर्ष), चंदन कुमार (15 वर्ष) तथा सरिता देवी (45 वर्ष) शामिल हैं।
बताया जाता है कि पांचों रात घर के एक कमरे में सोने चले गए। अत्यधिक ठंड की वजह से बचाव के लिए बोरसी में आग जलाई थी और कमरे का दरवाजा और खिड़की बंद कर दिया।
लिहाजा बोरसी से निकलने वाला धुआं कमरे में भर गया और पांचों बेहोश हो गए। अगले दिन सुबह में परिवार के अन्य सदस्य उन्हें जगाने गए तो देखा कि कमरे में काफी धुआं है और पांचों बेहोश हैं इसके बाद अफरातफरी मच गई। तत्काल पांचों को पीएचसी पहुंचाया गया। जहां उन सभी का इलाज हुआ। पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रामप्रिय सहगल व डॉ. चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि बोरसी के धुएं के चलते ही पांचों बेहोश हुए थे। सभी की स्थिति सामान्य है।
गौरतलब है कि दस दिन पूर्व सिरदला थाना क्षेत्र बैरियाटांड़ गांव के एक घर में धुआं से दम घुटने से शोभा देवी और उनका पोता शशिकांत कुमार की मौत हो गई थी। जबकि परिवार के छह अन्य सदस्य बीमार पड़ गए थे।