कल्याण से कोसों दूर कल्याणपुर महादलित बस्ती
कल्याणपुर, पूर्वी चंपारण : एक तरफ जहां केन्द्र और राज्य सरकार महादलितों के उत्थान के लिए एक से बढकर एक योजनाएं संचालित कर चहुंमुखी विकास का दावा कर रही हैं, वहीं कल्याणपुर प्रखण्ड मुख्यालय से सटे बड़ा बजार स्थित सैकड़ों की आबादी वाले महादलित बस्ती के लोग आज भी बंजारों की तरह जीवन—यापन कर रहे हैं। आजादी के 70 वर्षों के बाद भी यहां विकास की एक नन्ही किरण भी नहीं पहुंची है।
बारिश के दिनों में हालात और बदतर
प्रशासनिक बेरुखी की मार से त्रस्त महादलित बस्ती के लोगों की पीड़ा बरसात के दिनों में बद से बदतर हो जाती है। इस सबसे बेखबर लेकिन इस पथ से अक्सर आनेजाने वाले जन प्रतिनिधि व विकास पदाधिकारी, चुनाव के दिनों में ही यहां के लोगों से मुखातिब होते हैं। आम दिनों में तो वे यहां के लोगों की बेबसी पर मुंह मोड़कर आगे बढ़ जाना ही मुनासिब समझते हैं।
पीढ़ियां गुजरी, पर टूटी—फूटी झोपड़ी जस की तस
इन महादलित परिवारों की कई पुस्तें इसी हालात में यहां रहती हा रही हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि सुखी-सम्पन्न एक—आध महादलित परिवारों को बहुत पहले पर्चा देकर भूमि दिया गया। लेकिन जरूरतमंद महादलित परिवारों को आज भी एक घर नसीब नहीं हो पाया है। जमीन के अभाव में पूस की रात, ज्येष्ठ की धूप, व सावन की बरसात—इन सभी का मजा वे अपनी टूटी—फूटी झोपड़ियों में ही लेते हैं।
सैकड़ों बार लगा चुके हैं दफ्तरों का चक्कर
अपना आशियाना का सच हो सपना—सरकार के इस दिवास्वप्न को हकीकत में पाने की जद्दोजहद करते महादलित बस्ती के राजेश मलिक, ललन मलिक, सुदीश मलिक, बली मलिक, राजू मलिक, सोना मलिक, अशफी मलिक, मुन्ना मलिक, नरेश मलिक, भाग्यनरायण मलिक व अन्य ने बताया कि भूमि उपल्बध कराने हेतु कई बार अंचल प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक गुहार लगाया गया। लेकिन आज तक हमलोगों को भूमि उपल्बध नहीं कराई गई। नतीजन सरकारी आवास योजना का लाभ आजतक हमलोगों को नहीं मिल सका।
क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबध में बीडीओ विनीत कुमार का कहना है कि प्रत्येक परिवार को तीन-तीन डिसमिल जमीन की व्यवस्था कर महादलित परिवारों को आवास योजना का लाभ दिलाने की हरसंभव कोशिश की जाएगी। वहीं अंचलाधिकारी विजय कुमार राय ने बताया कि पूर्व में इस महादलित बस्ती के लिए भूमि उपल्बध कराने हेतु प्रस्ताव गया था, लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई दिशा निर्देश नहीं मिला है। निर्देश मिलते ही जमीन की व्यवस्था की जाएगी। इसी कड़ी में स्थानीय विधायक सचिन्द्र सिंह ने कहा कि उन्होंने विधानसभा में सवाल उठाया था। यथाशीघ्र उन्हें जमीन व आवास उपलब्ध करा दिया जाएगा।
(रंजीत तिवारी)