नवादा : जिले के शीतल जलप्रपात ककोलत में आयी बाढ की खबर का बड़ा असर हुआ है। पानी का बहाव तेज होने को लेकर ककोलत जलप्रपात क्षेत्र में लोगों के जाने पर अगले आदेश तक प्रशासन ने रोक लगा दी है।
रजौली एसडीएम चंद्रशेखर आजाद ने बताया कि भारी बारिश के चलते ककोलत जलप्रपात क्षेत्र में धारा 144 लगाने के साथ ही वंहा जाने पर रोक लगा दी है।
एसडीएम ने बताया कि गोविंदपुर सीओ व थानाध्यक्ष ने सूचित किया था कि भारी बारिश के चलते ककोलत जलप्रपात क्षेत्र में बाढ़ की संभावना प्रबल है। अत्यधिक जलप्रवाह के चलते संभावित अप्रिय घटना को ध्यान में रखते हुए डीएम कौशल कुमार के निर्देश पर ककोलत जल प्रपात क्षेत्र में अगले आदेश तक जाने के लिए रोक लगा दी गई है। साथ ही क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई है।
उन्होंने कहा कि ककोलत में नहाने, असुरक्षित स्थानों पर जाने और अनावश्यक भीड़ एकत्रित होने से रोकने के लिए निषेधाज्ञा लगाई गई है। ककोलत में पर्यटकों को जाने से रोकने के लिए दो दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। रजौली गोविंदपुर के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी विजय कुमार रविदास और प्रखंड कल्याण पदाधिकारी अजय कुमार को बतौर दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त किया गया है।
थानाध्यक्ष को सशस्त्र बलों की तैनाती करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही बीडीओ को इसका प्रचार प्रसार करने को कहा गया है। ककोलत के मुख्य प्रवेश द्वार पर बैरेकेडिंग लगाने का भी निर्देश दिया गया है।
बता दें ककोलत में हर साल बरसात के मौसम में जलधारा उग्र हो जाती है। पहाड़ के श्रृंखलाओं में पानी बढ़ जाने से झरने से पानी का बहाव बढ़ जाता है। जिसके कारण जानमाल की क्षति होने का आशंका बढ़ जाती है। जिसको लेकर प्रशासन ने एहतियात के तौर पर अगले आदेश तक के लिए ककोलत जलप्रपात क्षेत्र में जाने पर रोक लगा दी है।