नवादा : एक बड़ी घटना नवादा के उग्रवाद प्रभावित गोविन्दपुर प्रखंड क्षेत्र में घटी जिसमें किसी ने दो मासूमों को घारदार हथियार से रेतकर जंगल में फेंक दिया। बीती शनिवार की शाम से दोनों बच्चे लापता थे, जिन्हें आज जख्मी हालत में जंगल से बरामद किया गया। दोनों बच्चे आपस में सहोदर भाई हैं और उनपर धारदार हथियार से जानलेवा हमला किया गया है। बच्चों की गंभीर हालत को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए उन्हें पटना रेफर किया गया है। घटना के बाद से इलाके में दहशत व्याप्त है।
बताया गया कि जिले के गोविंदपुर थाना क्षेत्र के विशनपुर गांव निवासी बबलू राजवंशी के 10 वर्षीय पुत्र विट्टू और 7 वर्षीय विक्की कल शाम समोसा लाने घर से निकले थे और उसके बाद से वापस नहीं लौटे। आज दोनों को घर के बगल स्थित जंगल से मरणासन्न अवस्था में बरामद किया गया। दोनों बच्चों के शरीर पर धारदार हथियार से वार किये गये हैं। बच्चों के शरीर पर जख्मों के कई निशान मिले हैं। ऐसा लगता है कि हमला हत्या की नीयत से किया गया है। बच्चों को मरा जानकर जंगल में फेंक दिया गया।
बच्चों की मां ने बताया कि शनिवार की शाम समोसा लाने दुकान भेजी थी। लेकिन दोनों लौट कर घर नहीं आये। काफी खोजबीन के बाद भी अता—पता नहीं चला। जिसके बाद उनके लापता होने की सूचना पुलिस को दी गई।
आज रविवार की सुबह खोजने के क्रम में दोनों घायल अवस्था में जंगल में मिले। दोनों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया है।
इधर बच्चों के पिता बबलू राजवंशी का कहना है कि पुलिस को सूचना देने के बावजूद भी पुलिस ने तत्परता नहीं दिखाई। अगर पुलिस खोजबीन करती तो रात में ही हमारे दोनों बच्चे बरामद किये जा सकते थे। थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले की जांच आरंभ कर दी गयी है। दोषी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।