पटना : सम्पूर्ण क्रांति मंच के अध्यक्ष और जेपी सेनानी रामप्रवेश सिंह ने कहा कि जयप्रकाश नारायण के आंदोलन से निकले हुए नेता उनके सिद्धांतों को भूलकर सिर्फ सत्ता प्राप्ति के लिए राजनीति कर रहे हैं। आज के नेताओं को न तो जयप्रकाश नारायण के आदर्श से मतलब है और ना उनके द्वारा स्थापित किये गए राजनीतिक मूल्यों से। राजधानी के आईएमए हॉल में सम्पूर्ण क्रांति पार्टी के अध्यक्ष और जेपी सेनानी रामप्रवेश सिंह ने ये बातें कही। उन्होंने कहा कि जो हालात 1977 में था आज उससे भी बदतर है। बिहार में तो राजनीति पूरी तरह से जातिवादी और सत्तालोलुप हो गई है। जेपी ने दल-विहीन सरकार की कल्पना की थी। उस व्यवस्था में सारी शक्ति जनता के पास रहती। जेपी ने सबसे पहला जन उम्मीदवार शरद यादव को बनाया था और शरद यादव चुनाव जीतकर पहली बार लोकसभा में पहुंचे थे। हमारे इस कार्यक्रम का प्रयास भी यही है। हम भी जेपी के उसी पैटर्न को फॉलो करेंगे। आगामी लोकसभा चुनाव में पटना, पाटलिपुत्र, नालंदा समेत बिहार के कई इलाकों से हम अपने उम्मीदवार खड़ा करेंगे। उन्होंने बिहार सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जेपी सेनानियों को पेंशन देने के लिए गजट निकला गया था। लेकिन अभी मात्र 3 हज़ार लोगों को ही पेंशन मिल रहा है। जबकि पूरे बिहार में 60 हज़ार से ज्यादा आवेदन लंबित पड़े हुए हैं। उसके निष्पादन के लिए हमलोग आनेवाले दिनों में बिहार विधान मंडल का घेराव करेंगे।
(मानस द्विवेदी)