राजद खड़ा करेगा 6 से 8 उम्मीदवार, जद-यू का तय नहीं
दो महीने तक कैंप करेगा जद-यू
हेमन्त मिले रिम्स में लालू से
पटना/रांची : झारखंड के रण में फिर आमने-सामने होंगे जद-यू के नेशनल प्रेसिंडेंट व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव। लाल प्रसाद फिलहाल चारा घोटाले में रांची स्थित रिम्स में भर्ती हैं पर, महागठबंधन की राजनीति में गहरी रूचि लेते हुए कमान को अपने हाथों में लेने की कोशिश कर रहे हैं।
दिलचस्प यह है कि झारखं डमें 81 सीटों पर चुनाव होने हैं पर, महागठबंधन में 111 दावेदार सीना तान खड़े हो गये हैं। अभी तक सीट शेयरिंग की बात महागठबंधन में नहीं आयी है। लेकिन, पार्टी के भीर महाभारत शुरू हो गा है।
मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने झारखंड में भाजपा के साथ गठबंधन नहीं किया है। लेकिन, बिहार का छोटा भाई रहा झारखंड में नीतीश कुमार अपनी स्थिति मजबूत करना चाहते हैं। इसी लिए वे फूंक-फूंक कर झारखंड के जंगलों में कदम रख रहे है।
वैसे, शनिवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने मुलाात की । मुलाकात के बाद उन्होंने खुलासा नहीं किया कि वार्ता की खास बात क्या थी। वैसे, इतना तय है कि राजद वहां 6 से 8 सीटों पर अपना उम्मीदवार खड़ी करेगी। शेष, कांग्रेस और अन्य घटक दलों के साथ चुनाव लड़ेंगे। अभी तक जद-यू तय नहीं कर पाया है कि कितने उम्मीदवार इसके मैदान में झारखं डमें उतरेंगे। पर, इतना तय है कि 10 से 12 की संख्या बतायी जा रही है। जद-यू अकेले चुनाव लड़ कर वहां अपनी औकात राजद समेत अन्य दलों को बताना चाहती है कि नेशनल पार्टी बनने की औकात यह रखती है।
यही कारण है कि अपने सबसे विश्वस्त रामचन्द्र प्रसाद को नीतीश कुमार ने झारखंड में भेजा है। आरसीपी का फीडबैक यहां लगातार आ रहा है। उसी फीड बैक के आधार पर नीतीश कुमार आगे की रणनीति तय करेंगे। सूत्रों ने बताया कि चुनिन्दा कुछ नेताओं को नीतीश कुमार शीघ्र ही वहां भेजेंगे। करीब दो महीने तक वे अपनी पार्टी का कैंप झारखंड में ही रखेंगे। वैसे, पहले भाजपा के सीनीयर मंत्री नन्द किशोर यादव वहां डेरा जमाये हुए हैं।