तेजस्वी को JDU का जवाब, कहा – शीशे के घर वाले दूसरों के घर नहीं फेंकते पत्थर
पटना : भाजपा की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को लेकर बिहार विधानसभा के नेता विपक्ष द्वारा मूर्ति शब्द के उपयोग पर अब बिहार में राजनीतिक बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। तेजस्वी के इस बयान पर एनडीए के सहयोगी दल जदयू के तरफ जोरदार पलटवार किया गया है।
जेडीयू ने तेजस्वी पर हमलवार होते हुए कहा है कि जिनके खुद के घर शीशे को हों वे दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंका करते हैं। जेडीयू ने कहा कि तेजस्वी यादव पहले खुद के गिरेबान में झांक कर देखें उसके बाद किसी पर टिप्पणी करें।जेडीयू ने तेजस्वी के बयान पर गहरी नाराजगी जताई है।
दरअसल, जदयू के प्रवक्ता अरविंद निषाद ने पूर्व सीएम राबड़ी देवी का नाम लिए बगैर कहा है कि तेजस्वी यादव पहले खुद के घर को देख लें तब दूसरों के बारे में टिप्पणी करें। उन्होंने कहा कि एनडीए ने समाज के सबसे नीचले तबके से आने वाली द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाकर उन्हें सम्मान देने का काम किया है। द्रौपदी मुर्मू राज्यपाल रह चुकी हैं और अब देश की राष्ट्रपति बनने जा रही हैं। एनडीए डॉ.राममनोहर लोहिया के सपने को पूरा करने जा रहा है।
बता दें कि, बिहार के नेता विपक्ष ने शनिवार को शिवहर में एक कार्यक्रम में एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार मुर्मू को लेकर कहा था कि राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति को बैठाना होता है ना कि मुर्ति को। राजद नेता ने तंज कसते हुए कहा था कि हमने मुर्मू को कभी किसी मसले पर बोलते हुए कभी नहीं सुना है। वहीं, इस बयान के बाद भाजपा तेजस्वी यादव पर लगातार हमलावर बनी हुई है। इसके बाद एनडीए में साथी जेडीयू ने भी तेजस्वी के इस बयान पर गहरी नाराजगी जताई है।