जदयू में मांझी करेंगे अपनी पार्टी का विलय! नीतीश से जुगलबंदी के संकेत
पटना : हिंदुस्तान अवाम मोर्चा अध्यक्ष और पूर्व सीएम जीतनराम मांझी बहुत जल्द अपनी पार्टी का जदयू में विलय करने वाले हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मांझी महागठबंधन की राजनीति से काफी आहत हैं। वहां राजद और कांग्रेस के रुख को देखते हुए उन्होंने अपने पुराने घर में वापसी या फिर एनडीए जमात में अपनी पार्टी को शामिल करने का मन बना लिया है। दो दिन पहले ही पत्रकारों से बातचीत के दौरान हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा अध्यक्ष मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ की थी।
मांझी के हालिया बयानों से मिल रहे संकेत
मांझी इधर लगातार बयान दे रहे हैं कि सीएम नीतीश अच्छा काम कर रहे हैं और वे संवेदनशील भी हैं। मांझी के इस बयान के बाद से ही बिहार की सियासत में कयासों का दौर शुरू हुआ था। अब कहा जा रहा है कि वे या तो एनडीए में जा सकते हैं या फिर जेडीयू में अपनी पार्टी को मर्ज करवा सकते हैं। हालांकि उनके असदुद्दीन ओवैसी के संपर्क में होने की भी खबरें सियासी गलियारों में तैर रही हैं।
पूर्व सीएम के संपर्क में नीतीश के करीबी मंत्री
इधर मुख्यमंत्री नीतीश के करीबी माने जाने वाले मंत्री संजय झा ने भी कुछ दिन पहले जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की तारीफ की थी। मांझी के बारे में उन्होंने कहा था कि उन्हें महागठबंधन में सम्मान नहीं मिल रहा है। अब मांझी की तरफ से भी पॉजिटिव जवाब आने की खबर है। एक थ्योरी यह भी है कि जबसे मांझी-नीतीश से अलग हुए हैं, उन्हें राजनीतिक स्थिरता नसीब नहीं हो पाई है। ऐसे में घाट—घाट का पानी पीने के बाद अब उन्हें अपने पुराने घर की ठहरी हुई आबो—हवा ही सर्वश्रेष्ठ प्रतीत होने लगी है। साफ है कि आनेवाले दिनों में मांझी की एनडीए और नीतीश कुमार से जुगलबंदी हो जाए तो इसमें आश्चर्य नहीं।