पटना : जदयू अपने ही नेता अजय आलोक से परेशान है। पार्टी की आंख की किरकिरी बने अजय आलोक के खिलाफ जदयू ने आज बड़ी कार्रवाई कार्रवाई करते हुए उनके मीडिया या फिर ट्वीट के जरिये बयान देने पर बैन लगा दिया। उधर अजय आलोक ने भी पलटवार करते हुए कहा कि अगर मेरे बयानों से इतनी ही परेशानी है तो मुझे पार्टी से निकाल क्यों नहीं देते। श्री आलोक ने आरोप लगाया कि न तो पार्टी की तरफ से मुझे कोई नोटिस दिया गया और न मौखिक रूप से कोई मनाही की गई है। ऐसे में मीडिया के माध्यम से इस सारे निर्णय का पता चला जो किसी भी पार्टी के संविधान के खिलाफ है।
इधर जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने पार्टी के फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि जदयू नेता के तौर पर अब अजय आलोक मीडिया में कोई बयान जारी नहीं कर सकते। उनके द्वारा जारी कोई भी बयान पार्टी की आधिकारिक लाइन नहीं मानी जाएगी।
राजीव रंजन ने कहा कि अजय आलोक पार्टी के खिलाफ बयान देते रहे हैं। अब उनके बयानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जदयू के इस फैसले पर अजय आलोक ने कहा कि आश्चर्य इस बात का है कि जब हमने पार्टी लाइन के खिलाफ कोई बयान ही नहीं दिया तो फिर पार्टी में मुझसे परेशानी क्या है? लगता है जदयू में पार्टी संविधान नाम की कोई चीज नहीं रह गई है।