पटना: पूर्व मंत्री बिहार सरकार व जदयू विधायक श्रवण कुमार ने हंगामे की बीच धन्यवाद प्रस्ताव सदन में रखते हुए कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण राज्य के विकास का दस्तावेज है। विधायक ने कहा कि कानून व्यवस्था के मामले में किसी को बख्शा नहीं जाता है। अब सब लोग आराम से रात-दिन कहीं भी आ और जा सकते हैं।
श्रवण कुमार ने कहा कि कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने पर काम किया जा रहा है। आपदा के समय किसानों को अतिरिक्त सहायता दी जाती है। हमारी सरकार ने सबके लिए विकास का काम किया है। विपक्ष के लोग बेवजह ज्यादा परेशान नजर आ रहे।
सदन में ही कांग्रेस पर निशाना साधते हुए श्रवण कुमार ने कहा कि कांग्रेस ने हद कर दी है, विधायक कहीं न जाएं इसलिए दिल्ली से पर्यवेक्षक भी भेज दिये गए। कांग्रेस नेतृत्व को अपने विधायकों पर भरोसा नहीं है।
NDA सरकार के कार्यों का उल्लेख करते हुए श्रवण कुमार ने कहा कि हमारी सरकार ने 35 लाख बच्चों को स्कूल में दाखिला दिलवाया। विपक्षियों को सिर्फ कुर्सी की चिंता है, जो दूर होनेवाली नहीं है। हमारी सरकार हर पंचायत और गांव तक पहुंची है। 105 नए सदस्य जीत कर आये हैं।
राजद पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना के समय सिर्फ अपनी जान बचाने की चिंता थी। बाहर रहनेवाले अपने घर वापस आने के लिए बेचैन थे। लेकिन, राजद ने सिर्फ हंगामा किया और हंगामे की वजह से राजद विपक्ष में है, अगर सहयोग करते, तो स्थिति कुछ और होती। वामदलों को लेकर जदयू नेता ने कहा कि माले के लोग गलती से जीत कर सदन में आ गए, अबकी बार जीत कर वापस आनेवाले नहीं। आनेवाले समय मे इनका हिसाब किया जाए। माले के विधायक सिर्फ चिल्लाने का काम करते हैं।
श्रवण कुमार ने कहा कि पहले 29 आईटीआई थे, अब 148 हो गए हैं। 48 महिला आईटीआई खोले गए। 2005 तक सिर्फ 4 इंजीनियरिंग कॉलेज थे, जो अब 38 हो गए। एनडीए सरकार में 17 नए विश्वविद्यालय खुले। वहीं, 2005 तक 6 मेडिकल कॉलेज थे, अब 9 हो गए हैं।