पटना : 16 नवंबर को सरकार गठन के बाद अब नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावना जताई जा रही है। चर्चाओं के अनुसार इसी महीने नीतीश कुमार मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर फिलहाल यह चर्चा तेज है कि नीतीश कुमार किस मुस्लिम को मंत्रिमंडल में शामिल करेंगे।
नीतीश की नई सरकार में एक भी मुस्लिम को अभी तक मंत्री नहीं बनाया गया है। इसको लेकर यह चर्चा तेज है कि मंत्रिमंडल के विस्तार में मुस्लिम को स्थान दिया जाएगा या नहीं, यह बड़ा सवाल है। क्योंकि, इस बार के चुनाव में NDA का एक भी मुस्लिम प्रत्याशी जीतकर विधानसभा नहीं पहुंच सका है। इसलिए इस बात की चर्चा तेज है कि अगर मंत्रिमंडल में किसी मुस्लिम को जगह दी जाएगी तो वह विधान परिषद् का ही सदस्य होगा।
फ़िलहाल जदयू कोटे से 5 एमएलसी मुस्लिम हैं। इनमें से गुलाम रसूल बलियावी, कमरे आलम, गुलाम गौस, तनवीर अख्तर और खालिद अनवर हैं। सीमित विकल्प होने के कारण फिलहाल नीतीश कुमार को इन्हीं 5 नामों में से किसी एक को चुनना होगा। इसके अलावा बसपा विधायक जमा खान के नामों की चर्चा हो रही है। अगर, नीतीश कुमार की पार्टी जदयू किसी मुस्लिम को मंत्री नहीं बनाती है तो इसका खामियाजा पार्टी को भविष्य में उठाना पड़ सकता है।
सूत्रों की मानें तो इस बार मंत्रिमंडल का विस्तार से पहले राजग की बैठक होगी। मंथन के तय होगा कि किसे मांतिमंडल में जगह दी जाएगी। विस्तार में युवाओं से लेकर नए चेहरे को जगह दी जाएगी। साथ ही जातीय समीकरण का भी विशेष ध्यान रखा जायेगा।