सुशील मोदी के निजी आवास का घेराव करने पहुंचे थे जाप कार्यकर्ता, भाजपा प्रवक्ता ने गुंडागर्दी और दहशत फैलाने के लिए हिंसक गतिविधि बताया
पटना: बिहार में बाढ़ के बढ़ते प्रकोप को लेकर राज्य सरकार काफी सजग है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा जारी है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का मुआयना कर सीएम नीतीश कुमार लगातार जरूरी दिशा-निर्देश दे रहे हैं।
लेकिन, सुशील मोदी द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा नहीं करने को लेकर राजेंद्र नगर स्थित उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के आवास के करीब 10 से 15 की संख्या में युवक एकत्रित हो गए और नारा लगाने लगे। वे लोग स्वयं को पप्पू यादव की पार्टी जाप के कार्यकर्ता बता रहे थे।
निजी आवास पर प्रदर्शन करने में पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ का अध्यक्ष मनीष यादव भी शामिल होकर उस भीड़ का नेतृत्व कर रहा था। कोरोना काल में इस आवासीय क्षेत्र में अचानक भीड़-भाड़ होने और हंगामा होने से आसपास के लोग दहशत में आ गए। कोई कुछ समझ नहीं पा रहा था। लोग अपने घरों के दरवाजे बंद कर प्रदर्शन करने वालों का विरोध करने लगे और जब तक पुलिस नहीं पहुंची तब तक प्रदर्शनकारियों को स्थानीय लोग पार्क से आगे नहीं बढ़ने दिया।
उग्र प्रदर्शन की सूचना मिलते ही स्थानीय थाना पुलिस वहां पहुंच गई और मनीष यादव समेत कुछ लोगों को पकड़ लिया है। यह क्षेत्र कदमकुंआ थाना के अंतर्गत आता है।
प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि बाढ़ से उत्तर बिहार में भारी तबाही मची हुई है लेकिन उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी इस मामले में कुछ नहीं कर रहे, उन क्षेत्रों का दौरा तक नहीं कर रहे हैं।
पूरे मामले को भाजपा प्रवक्ता अरविंद सिंह ने गुंडागर्दी और दहशत फैलाने के लिए हिंसक गतिविधि बताया। उन्होंने कहा कि बिना सूचना के आवासीय क्षेत्र में जाकर इस प्रकार का अराजक व्यवहार किया जाना किसी भी प्रकार से राजनीतिक कार्य नहीं माना जा सकता। आपराधिक प्रवृत्ति वाले लोग मीडिया में बने रहने के लिए हिंसक और अराजक व्यवहार करके अपना धौंस जमाना चाहते हैं।