जानिए क्यों हुई थी सरकारी अधिकारी की हत्या?
पटना : पुलिस ने पिछले दिनों राजधानी पटना के कड़ी सुरक्षा वाले सचिवालय थाना क्षेत्र में हुई एक वरीय सरकारी अधिकारी की डकैती के दौरान हत्या की गुत्थी सुलझा लेने का दावा किया है।
राज्य योजना एवं विकास विभाग के अवर सचिव राजीव कुमार के हार्डिंग रोड स्थित सरकारी घर कुछ डकैत घुस गये व लूटपाट के दौरान विरोध करने पर अधिकारी को गोली मार दी थी।
पटना पुलिस ने दो अपराधियों को दबोचा
शुक्रवार को एसएसपी मनुमहाराज ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि अपराधियों के सामने ही अधिकारी राजीव कुमार ने पत्नी और बेटी से पुलिस को फोन लगाने के लिए कहा था। इस बात पर गुस्सा होकर अपराधियों ने उनपर गोलियां चला दी। पुलिस टीम ने वारदात में शामिल दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दो अपराधी अब भी फरार हैं। पकड़े गए अपराधी आर ब्लॉक एरिया के ही रहने वाले हैं। एसएसपी ने कहा कि अपराधियों का अनुमान था कि राजीव कुमार काफी धनी हैं और उन्होंने घर में बहुत सारा कैश व ज्वेलरी रखी होगी।
वारदात से पूर्व की थी रेकी
अपराधियों ने वारदात से पहले राजीव कुमार के सरकारी क्वार्टर की रेकी भी की थी। रेकी के बाद ही क्वार्टर में पीछे के रास्ते वे अंदर घुसे थे। अंदर दाखिल होने के बाद उन्होंने राजीव कुमार की पत्नी और बेटी को बंधक बना लिया। लेकिन उन्हें उम्मीद से काफी कम रुपए और ज्वेलरी मिली। इसके बाद वे राजीव कुमार और उनकी पत्नी व बेटी पर गुस्साए भी थे। इनलोगों ने पिस्टल दिखाकर पूछा कि कैश और ज्वेलरी कहां छिपा रखी है। पकड़े गए अपराधी का कहना है कि उन्होंने राजीव कुमार को पानी भी पिलाई थी।
एसएसपी ने आगे बताया कि दोनों अपराधियों को पकड़ने में डॉग स्क्वायड की टीम से मिली जानकारी ने काफी मदद की। आर ब्लॉक रोड नंबर 2 स्थित राजीव कुमार के सरकारी क्वार्टर में एक अपराधी का चप्प्ल मिला जिसके आधार पर खोजी कुत्ता पास के ही एक मंदिर के पास पहुंचा। उस मंदिर में बैठकर अक्सर अपराधी गांजा पीते थे। वहां छानबीन करने पर सारा मामला खुल गया और इसके बाद हुई छापेमारी में दोनों को दबोच लिया गया।
(अभिलाष दत्ता)