औरंगाबाद / पलामू : कोरोना संकट को लेकर लॉकडाउन के कारण व्यस्त रहने वाली सड़कें सुनसान हो गई हैं। इसके कारण सड़कों के आसपास के वन क्षेत्र से वन्य प्राणी अब सड़कों पर आ रहे हैं। एक तरफ जहां हवा साफ है, सड़कों पर शोरगुल नहीं है, वहीं चिड़ियों की चहचहाहट फिर से सुनाई दे रही है। इतना ही नहीं जंगली जानवरों के भी शहरों में नजर आने की खबरें भी सामने आ रही हैं। आज इंसान घरों के भीतर रहने को मजबूर हैं वहीं पक्षी और जानवर उन इलाकों में फिर से नजर आन लगे हैं जो कभी उनके ही हुआ करते थे।
पर्यावरणविद् कहते हैं कि जंगलों में इंसानों की घुसपैठ और जानवरों के लिए खाने का अभाव है। जानवरों को पर्याप्त भोजन नहीं मिल रहा है जिसके कारण भूख की वजह से वे सड़कों पर आ रहे हैं। इसी क्रम में बिहार के औरंगाबाद जिले से सटे झारखंड के पलामू जिलान्तर्गत छत्तरपुर थाना क्षेत्र के खरवाडीह गांव की। जहां पटना रांची मार्ग पर हिरण के झुंड आ पहुंचे। लेकिन, ग्रामीणों को देखकर कुछ हिरण तो भाग निकले। वहीं एक हिरण भागने के क्रम में खंभे से टकराकर घायल हो गया। तथा घायल होकर वहीं बैठ गई। गांववासियों ने जंगल से भटक कर आम लोगों के बीच आ गये हिरण को वन महकमे को सुपुर्द कर दिया है।
इसी प्रकार वाल्मीकि नगर के जंगल से भी वन्यजीवों के निकलकर सड़क पर आने की सूचना है, पिछले दिनों एक चीता वाल्मीकि नगर के जंगल से निकलकर सड़क के किनारे होते हुए वैशाली तक आ पहुंचा था। बाद में गांव के लोगों ने वन विभाग को सूचित कर उसे पकड़वाया था।