पटना : मीडिया किस तरह सामाजिक दायित्व का निर्वाह करता है और एक पत्रकार की क्या सामाजिक भूमिका होती है। इस संबंध में पटना के विश्व संवाद केंद्र में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। स्वत्व मीडिया नेटवर्क के तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला में समाचार पत्र, टेलीविज़न और न्यूज़ पोर्टल की लेखन शैली में अंतर को बताया गया। स्वत्व मीडिया नेटवर्क के संपादक कृष्णकांत ओझा ने बताया कि पोर्टल के लिए लेखन में समय, जगह और प्रमाणिकता अखबार और टेलीविज़न से बिल्कुल भिन्न होती है। वहीं स्वत्व के विचार संपादक सत्यपाल ने कहा कि खबरों को परोसने की शैली पोर्टल में इस तरह की हो कि वो जिज्ञासा पैदा करे, सनसनी नहीं।
स्वत्व के प्रमुख संपादक प्रशांत रंजन ने अखबार, टेलीविज़न और पोर्टल में फ़ोटो के महत्व को बताया। अख़बरों में स्टिल फोटोग्राफी और टेलीविज़न की वीडियो और लाइव फोटोग्राफी का संकलन ही पोर्टल फोटोग्राफी है। फ़ोटो की विशेषता है कि वो किस तरीके से लोगों का ध्यान आकर्षित करे। कार्यक्रम में विश्व संवाद केंद्र के संपादक संजीव कुमार के अलावा पटना के विभिन्न जगहों से आये लोगों ने भाग लिया। स्वत्व मीडिया नेटवर्क की ये पहल क्षेत्रीय से ले कर शहरी स्तर तक समाचारों का संकलन कर समाज को नई राह दिखाने का प्रयास था।
सत्यम दुबे