पटना : राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने प्रेस को जारी बयान मे कहा कि बिहार के मुख्य सचिव (Chief Secretary of Bihar) के आदेश पर राज्य के सभी जिले पदाधिकारी के नेतृत्व में प्रशासनिक पदाधिकारियों के द्वारा विद्यालय का निरीक्षण किया जा रहा है। इस निरीक्षण के दौरान राज्य के विभिन्न जिलों से यह सूचना प्राप्त हो रही है कि प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारियों द्वारा शिक्षकों के मान-सम्मान को ठेस पहुंचाया जा रहा है। शिक्षकों का भयादोहन किया जा रहा है। ‘
गगन ने बताया कि सीतामढ़ी के जिला पदाधिकारी द्वारा शिक्षकों को विद्यालय साफ सफाई करने का मौखिक निर्देश दिया गया, जो उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर रहने के साथ ही साथ सामाजिक मान्यताओं के प्रतिकूल है। जिला पदाधिकारी अररिया के द्वारा शिक्षकों के वेतन में से कुछ प्रतिशत कटौती करने की सूचना विभिन्न न्यूज एजेंसियों द्वारा प्राप्त हो रही है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
निरीक्षण के दौरान यह पाया जा रहा है कि जो भी प्रशासनिक स्तर के पदाधिकारी निरीक्षण कर रहे है। उन्हें न तो शिक्षा से लगाव है न ही शिक्षा विभाग के परिपत्रों एवं संकल्पों की जानकारी है। वे मनमाने ढंग से अपनी बातों को शिक्षकों पर थोप रहे हैं और यदि शिक्षक उसका प्रतिकार करते हैं, तो कहीं-कहीं से यह भी सूचना आ रही है कि शिक्षकों पर एफआई आर कर उन्हें गिरफ्तार करवाया जा रहा है, जो लोकतंत्र की हत्या है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि व्यवस्था में सुधार के लिए सरकार को पहले विद्यालयों में मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराना चाहिए। राज्य के 90% प्राथमिक विद्यालयों में अभी भी RTE act ( शिक्षा के अधिकार अधिनियम ) के अनुरूप सुविधायें उपलब्ध नहीं है। लाखों शिक्षकों की कमी है। शैक्षणिक सत्र् लगभग एक माह बीत जाने को है, लेकिन अभी तक छात्रों को पाठ्य पुस्तक उपलब्ध कराया नहीं जा सका। विद्यालयों के साफ-सफाई हेतु लगभग दो वित्तीय वर्षो से राशि उपलब्ध नहीं कराई जा सकी है। ऐसी स्थिति में निरीक्षण के नाम पर राज्य की जनता को गुमराह किया जा रहा है और शिक्षकों को परेशान।