पटना : राजद के सीएम फेस तेजस्वी यादव बिहार में ‘बेरोजगारी हटाओ यात्रा’ पर निकलने वाले हैं। लेकिन इसके लिये वह जिस बस का इस्तेमाल करने वाले हैं उसको लेकर विवाद शुरू हो गया है। कहा जा रहा है कि बस फर्जीवाड़ा कर खरीदी गई है। इसे राजद के पूर्व विधायक अनिरुद्ध यादव ने एक बीपीएल धारी गरीब के नाम पर खरीदा और पार्टी के काम में लगा दिया। जदयू और भाजपा दोनों ने इसे लेकर तेजस्वी पर तीखा हमला बोला और कहा कि लालू अपने रसोइया और नेताओं से दान के नाम पर संपत्ति लिखवाते थे, अब तेजस्वी गरीबों के नाम पर फर्जीवाड़ा के सहारे बेरोजगारी दूर करने की नौटंकी कर रहे हैं।
जदयू के मंत्री नीरज कुमार ने जड़े गंभीर आरोप
जदयू के मंत्री नीरज कुमार ने इस मामले में कहा कि जिस बस से तेजस्वी यादव यात्रा करने वाले हैं, उस बस का मालिक बीपीएल सूची में आता है। नीरज कुमार ने कागजात दिखाते हुए बताया कि बस का मालिक मंगल पाल है। उसका नाम बीपीएल सूची में दर्ज है। लेकिन बस के ऑनर बुक में जो फोन नंबर है, वह आरजेडी के पूर्व विधायक अनिरुद्ध यादव का है।
नीरज कुमार ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जो खुद बीपीएल सूची में है वह व्यक्ति बस का मालिक कैसे हो सकता है? अगर बस का मालिक है तो फिर उसमें अनिरुद्ध यादव का फोन नंबर क्यों है? यह कहीं ना कहीं आर्थिक जालसाजी का मामला है।
नीरज कुमार ने कहा कि पहले लालू प्रसाद यादव जमीन लिखाते थे अब अति पिछड़ों से बस में हेराफेरी करते हैं। तेजस्वी यादव को बताना चाहिए कि इस बस में किसके पैसे लगे हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का राजद पर तंज
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा है कि तेजस्वी यादव के घर में गाय दुहने वाले, रसोइया ने करोड़ों का दान किया है। कई पूर्व केंद्रीय मंत्री ने भी दान किया है। लालू जी का समाजवाद ऐसा ही है। उनका परिवार रघुनाथ झा, पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह से भी दान लेता है। अब बीपीएल धारी किसी पूर्व विधायक के घर पर काम करने वाले से तेजस्वी बस लेते हैं और बेरोजगारी दूर करने के लिए यात्रा पर निकल रहे हैं। अपनी यात्रा में तेजस्वी यादव दान के पैसे से संपत्ति बनाने के लिए लोगों को सिखाएंगे। इधर बस मालिक मंगल पाल ने कहा कि बस साहेब यानि पूर्व विधायक अनिरुद्ध यादव ने उसके नाम पर खरीदी है। जाहिर है बस मालिक के बयान के बाद जदयू—भाजपा के आरोपों में दम नजर आ रहा है।