पटना : राजधानी पटना में जलजमाव और उसके चलते बने नरक जैसे हालात के लिए दोषियों की पहचान कर ली गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई हाईलेवल बैठक के बाद बुडको, पटना नगर निगम और नमामि गंगे प्रोजेक्ट से जुड़े कुल 58 अफसरों और कर्मियों को दोषी ठहराते हुए उनपर कार्रवाई तय की गयी है। कार्रवाई की जद में चीफ इंजीनियर से लेकर पंप ऑपरेटर तक फंसे हैं।
सीएम की बैठक के बाद राज्य सरकार ने 51 अफसरों को शो-कॉज जारी किया है। इन अफसरों में से 25 का वेतन रोक दिया गया है। दोषी अफसरों और कर्मियों को अपना पक्ष रखने के लिए सात दिनों की मोहलत दी गई है। यही नहीं, सरकार ने तत्काल 6 सफाई निरीक्षकों को सस्पेंड कर दिया तथा बुडको के एक कार्यपालक अभियंता का तबादला कर दिया गया।
सीएम की हाईलेवल बैठक के बाद वुडको के एक चीफ इंजीनियर, दो अधीक्षण, सात कार्यपालक और एक सहायक अभियंता से जवाब तलब किया गया है। नमामि गंगे प्रोजेक्ट में एलएंडटी कम्पनी के प्रोजेक्ट मैनेजर से भी सवाल पूछा गया है। ड्रेनेज पम्प सिस्टम के भी 25 कर्मियों से जवाब मांगते हुए तत्काल उनका वेतन बंद कर दिया गया है।