नैना सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती थी। फेसबुक पर दो अकाउंट एक रेशमा मंगलानी के नाम और दूसरा नैना मंगलानी के नाम। नैना वाले अकाउंट पर 4 हजार के करीब फॉलोअर्स और रेशमा वाले अकाउंट पर 6 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स थे। अयाज के अनुसार वो अक्सर फोन पर बिजी रहती थी, जो कि अयाज को ठीक नहीं लगती थी। जिसके कारण वो नैना पर शक करने लगा था। दोनों के बीच झगड़े होने लगे और रिश्ते बिगड़ने लगे और बात तलाक तक पहुंच चुकी थी।
क्या है मामला ?
जयपुर में दिल्ली हाईवे के किनारे जहाँ 20 जनवरी की सुबह पुलिस को एक 22 साल की लड़की की लाश मिली। जो कि खून से लथपथ थी। बाद में पुलिस ने शव का पहचान के लिए छानबीन की तो लड़की का नाम नैना उर्फ रेशमा मंगलानी था। पुलिस को घटनास्थल से जो स्कूटी मिली थी, उसके नंबर प्लेट की मदद से पुलिस लड़की के परिवार तक पहुंची। लड़की की मां ने बताया कि नैना ने दो साल पहले अयाज से शादी की थी, उनका तीन महीने का एक बेटा भी है। लेकिन, पिछले दो महीने से दोनों अलग रह रहे थे।
धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बनी थी नैना
अयाज के बारे में जानकारी पाने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। पूछताछ करने पर अयाज ने कुबूल किया कि उसने ही नैना की हत्या की थी। अयाज ने पुलिस को बताया कि उसने पहले नैना का गला घोंटा था, कोई शव को पहचान न पाए इसलिए उसने नैना का सिर पत्थर से कुचल दिया। पुलिस पूछताछ में अयाज ने बताया कि दोनों जयपुर में ही रहते थे। दो साल पहले दोनों की मुलाकात हुई, दोस्ती फिर प्यार हुआ, दोनों ने शादी का फैसला किया। लेकिन दोनों के धर्म अलग थे। इसलिए सबसे पहले गाजियाबाद जाकर आर्य समाज में शादी की, बाद में नैना ने धर्म परिवर्तन कर निकाह भी किया।
अयाज ने नैना को मारने की प्लानिंग की तथा 19 जनवरी को सुलह करने के नाम पर उसने नैना को मिलने बुलाया। दोपहर को दोनों की मुलाकात हुई। उसके बाद उसकी हत्या कर दी। जयपुर में दिल्ली हाईवे के किनारे 20 जनवरी की सुबह पुलिस को लाश मिली।