जल -जीवन-हरियाली कार्यक्रम के तहत आज पूरे बिहार सहित जेल के कैदी भी खड़े रहे। सूबे के करीब सभी केन्द्रीय जेल व जिला काराओं के कैदी सूबे के नारे कें साथ खड़े रहे। यह पहली बार हुआ है जब कैदी भी सरकार की घोषणा के साथ कदम ताल करते नजर आये। कैदियों की भावना से पहले ही सहमत हुए जेल प्रशासन ने वाच टावर पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को निर्देश दिया गया था कि वे सख्ती से अपनी जगह पर टिके रहेंगे। किसी को वहां से हिलने-डूलने तक की भी अनुमति नहीं थी।
इस दौरान जेल प्रशासन ने सख्ती से कैदियों पर निगाह रखे हुए उनकी खड़ी मुद्रा पर गौर करते रहे। जेल प्रशासन कैदियों को प्रोत्साहित करता रहा। इस संबंध में जेल आईजी मिथिलेश मिश्रा ने बताया कि कार्यक्रम की जानकारी के बाद कैदियों ने अपनी भावनाएं प्रकट की। स्वाभाविक रूप से उसका कद्र करते हुए प्रशासन ने सहयोग किया। वैसे, कुछ उत्साही युवकों ने गंगा में नाव की सवारी करते हुए मानव श्रृंखला के पक्ष में बैलून उड़ाये और खड़े भी रहे।