पटना/जहानाबाद : सुर्खियां बटोरने के लिए नेता क्या—क्या नहीं कर गुजरते हैं। चुनावी मौसम में तो वे कुछ अलग दिखने के लिए अजीब हथकंडे अपनाने से भी नहीं चूकते।
ऐसा ही एक वाकया पिछले दिनों जहानाबाद में दिखा। यहां निर्दलीय प्रत्याशी मणि भूषण शर्मा गधे पर सवार होकर नॉमिनेशन करने पहुंच गए। गधे पर नामांकन के लिए समाहरणालय पहुंचे श्री शर्मा के इस अनोखे अंदाज को देखकर वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। उस समय तो खूब मजा आया और लोगों की तवज्जो उन्हें मिली। परन्तु अब उनका ये ख़ास अंदाज उन्हीं पर भारी पड़ गया है। मणिभूषण शर्मा की इस हरकत पर उनके खिलाफ जिला प्रशासन ने पशु अत्याचार अधिनियम के तहत केस दर्ज करा दिया है।
बताया जाता है कि जहानाबाद लोकसभा सीट के लिए निर्दलीय प्रत्याशी मणि भूषण शर्मा ने जब चुनाव लड़ने का निर्णय कर लिया, तब उनके किसी चाहने वाले ने सलाह दी कि नामांकन के वक्त कुछ ऐसा करें कि सभी उनको जान जाएं। फिर क्या था श्री शर्मा ने नामांकन के अंतिम दिन गधे पर सवार होकर पर्चा दाखिल करने का निश्चय कर लिया। नामांकन के बाद उन्होंने गधे पर सवार होकर लोगों से खुद के लिए वोट करने की अपील भी की। उन्होंने उस दिन भाषण देते हुए कहा कि आज नेताओं ने आम आवाम को गधा समझ लिया है। मैं भी एक आम भारतीय हूं, जिसके पास न तो महंगी गाड़ियां हैं और न ही पैसे। इसी कारण मैं सबसे सस्ते और कर्मठ सवारी गधे पर बैठ कर लोगों से अपने पक्ष में वोट देने अपील कर रहा हूं। लेकिन उनके इस ख़ास अंदाज ने उन्हें कानूनी पचड़े में डाल दिया है। उनके खिलाफ मजिस्ट्रेट सह सदर अंचलाधिकारी सुनील कुमार साह ने जहानाबाद नगर थाने में पशु अत्याचार अधिनियम के तहत केस दर्ज करा दिया है। अंचलाधिकारी का कहना है कि शर्मा का यह कार्य पशु अत्याचार विरोधी अधिनियम का खुला उल्लंघन है। मालूम हो कि जहानाबाद के हुलासगंज प्रखंड निवासी मणि भूषण शर्मा इससे पहले भी कई चुनाव लड़ चुके हैं।