पटना : 2020 यानी बिहार में विधानसभा का चुनाव, इसीलिए नववर्ष के मौके पर जदयू द्वारा निकाले गए नए पोस्टर पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने जदयू पर बेहायापन और निर्लज्जता की सीमाएं तोड़ने का आरोप लगाया है।
राजद नेता ने कहा कि जनता के बीच जो लोग मुँह दिखाने के काबिल नहीं हैं, वे पोस्टर के माध्यम से अपने कुकृत्यों से ध्यान भटकाने का घटिया प्रदर्शन कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि यदि उनके नेता में साहस है तो उन्हें राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह द्वारा दिएगये उस चुनौती को स्वीकार करना चाहिए, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री को राजद शासन काल और एनडीए शासन काल पर सार्वजनिक रूप से बहस करने की चुनौती दी थी । जिसमें स्थान और समय तय करने के लिए जगदानंद सिंह ने मुख्यमंत्री को हीं अधिकृत किया था।
राजद नेता ने कहा कि केवल विज्ञापन और प्रोपगंडा के बल पर किये गए कागजी विकास की असलियत बिहार की जनता समझ चुकी है। और यही वजह है कि मंत्रियों को हर जगह जनता के भारी प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। एनडीए नेताओं को जनता के सवालों का सामना करने का साहस नहीं है तो पोस्टर निकालकर खीझ उतार रहे हैं ।
मालूम हो कि पटना के इनकम टैक्स गोलंबर के पास एक पोस्टर लगाया गया है। पोस्टर में 15 साल बनाम 15 साल मतलब इस पोस्टर के माध्यम से हिसाब-किताब मांगा और दिया जा रहा है। पोस्टर में एक तरफ लालू-राबड़ी के साथ गोली-बंदूक और खून खराबे का चित्रण करके जंगलराज को दिखाया गया है। वहीं पोस्टर में दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हाथ जोड़े बिहार में पिछले 15 सालों में हुए विकास कार्य को दिखते हुए सुशासन का दावा कर रहे हैं।