पटना : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के CAA को लागू करने के बयान पर राजनीतिक जगत की सुगबुगाहट बढ़ गई है। केंद्रीय मंत्री ने अपने बयान में कहा था कि देश में कोरोना के बाद अब समय है जब CAA को लागू किया जाएगा। इधर,उनके इस बयान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया सामने आई है।
सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अमित शाह के बयान कि देश में कोरोना के बाद CAA को लागू किया जाएगा पर जवाब देते हुए कहा कि, “अब देखिए जो भी केंद्र का निर्णय हो, और सबसे बड़ी बात है की कोरोना का दौर फिर बढ़ रहा है। इसके साथ ही नीतीश ने कहा कि अगर कोई पॉलिसी होगी तो उसे वे जरूर देखेंगे।”
वहीँ, राजनीतिक जानकारों की मानें तो नीतीश कुमार के इस बयान से साफ जाहिर होता है कि, वह CAA के मुद्दे पर केंद्र के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। बता दें कि, CAA एक ऐसा मसला है जिसपर एनडीए पहले भी एकमत नहीं हैं। इतना ही नहीं एनडीए में शामिल दो बड़े दल भाजपा और जदयू के बीच इस कड़वाहट की वजह कॉमन सिविल कोड को भी बताया जा रहा है।
बिहार में NRC और CAA की कोई आवश्यकता नहीं
इसके बाद अब, इस मामले को लेकर जदयू कोटे से मंत्री संजय झा का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि बिहार में NRC और CAA की कोई आवश्यकता नहीं हैं। इस मामले पर हमारी पार्टी का स्टैंड एकदम साफ है। बहरहाल,पहले नीतीश कुमार और अब संजय झा के बयान से यह साफ जाहिर है कि बीजेपी और जदयू के बीच तालमेल की खासी कमी नजर आ रही है, जिसे सुलझाना भविष्य के लिए बेहद जरूरी है।
आपको बता दे कि NRC, CAA के राज्यसभा से पास होने के पहले ही इस मुद्दे पर पूरे देश भर में बवाल मच चुका है। देश के दूसरे सबसे ज्यादा मेजॉरिटी वाले वर्ग को इस एक्ट को लेकर शिकायतें थीं। जिसके कारण देश के विभिन्न हिस्सों में महीनों तक प्रोटेस्ट किया गया था। इसके बाद एक बार फिर से गृह मंत्री के बयान के बाद यह मुद्दा गर्म होता दिख रहा है। अब इसमें देखने वाली बात यह होगी की सरकार इसमें कुछ बदलाव लाती हैं या जनता फिर से सड़क पर आती है।